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डिजिटल अरेस्ट: अब बुजुर्ग बने शिकार, मचा हड़कंप, जानें ठग क्या-क्या बोले

jantaserishta.com
8 Dec 2024 5:27 AM
डिजिटल अरेस्ट: अब बुजुर्ग बने शिकार, मचा हड़कंप, जानें ठग क्या-क्या बोले
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सांकेतिक तस्वीर
पुलिस को बुलाया गया.
ग्वालियर: ग्वालियर में रिटायर्ड बैंक मैनेजर और उनकी पत्नी के डिजिटल अरेस्ट होने का मामला सामने आया है. ठगों ने उनसे CBI ऑफिसर बनकर बात की और कहा कि उनके आधार कार्ड से सिम इश्यू कराने के बाद जेट एयरवेज के नरेश गोयल को 538 करोड़ रुपये का लेनदेन किया गया है. ठगों ने शुक्रवार सुबह 9 बजे कॉल किया. इसके बाद दंपती घबरा गया. CBI ऑफिसर ने कहा कि आप बुजुर्ग हैं इसलिए पुलिस नहीं भेज रहे हैं. इसके बाद उनको इतना दहशत में रखा कि वह किसी से कुछ नहीं कह पाए.
शनिवार सुबह 11.30 बजे पुलिस ने रिटायर्ड बैंक मैनेजर के रिश्तेदार की सूचना पर उनके घर पहुंचकर उनको मुक्त कराया है. यदि पुलिस समय पर नहीं पहुंचती तो दंपती कैश डालने के लिए तैयार हो गया था. दरअसल, ग्वालियर के छत्री मंडी निवासी गणेश मिश्रा रिटायर्ड बैंक मैनेजर हैं. उनके परिवार में एक बेटा व बेटी है. बेटी बेंगलुरु में रहती है, जबकि बेटा गुना में जॉब करता है. यहां वह पत्नी मधु मिश्रा के साथ रहते हैं. कुछ समय पूर्व उनका एक्सीडेंट हो गया था, जिस कारण वह घर पर ही आराम करते हैं और चलने में अभी परेशानी आती है.
शुक्रवार सुबह उनके मोबाइल पर एक अनजान नंबर से कॉल आया. और बताया कि मैं TRAI से अधिकारी बोल रहा हूं. आपके मोबाइल नंबर का उपयोग कई तरह के पैनिक मैसेज वायरल किए गए हैं, जिससे दो घंटे में आपका यह नंबर बंद हो जाएगा. अगला कॉल मुंबई सीबीआई से आने की बात कही. इसके बाद रिटायर्ड बैंक मैनेजर के मोबाइल पर एक व्हाट्सएप वीडियो कॉल आया. इस बार कॉल रिसीव करते ही सामने एक पुलिस की वर्दी में अधिकारी नजर आया. उसने बताया कि वह CBI का अधिकारी है.
फर्जी CBI अधिकारी ने बताया कि आपके नंबर के जरिए जेट एयरवेज के नरेश गोयल को मनी लॉन्ड्रिंग के जरिए 538 करोड़ रुपये की राशि का लेनदेन किया गया हैं. यदि आप सहयोग करेंगे तो ठीक है, नहीं तो 5 मिनट में अंधेरी पुलिस आपको परिवार सहित गिरफ्तार कर लेगी. हमारी टीम अभी ग्वालियर में ही है, यह सुनकर बैंक मैनेजर व उनकी पत्नी घबरा गए. उन्होंने सहयोग करने के लिए हां कर दी. ठग बोले कि आप डिजिटल अरेस्ट हैं. इसके बाद ठगों ने उनको घर में ही एक रूम में पहुंचकर सभी दरवाजे बंद करने के लिए कहा. इसके बाद दंपती को घर में ही डिजिटल अरेस्ट कर दिया.
यहां उन्होंने आधार कार्ड नंबर, परिवार की डिटेल, अकाउंट की डिटेल आदि पूछ ली, फिर उनको निगरानी में रखा. ठगों ने गणेश मिश्रा की पत्नी को अपने काबू में करना चाहा. उनसे कहा, गणेश मिश्रा की बैंक में जो एफडी है, उसे तुड़वाए और रकम गणेश मिश्रा के खाते में आने के बाद आरटीजीएस करिए. मधु मिश्रा ने इस बात को अपनी बहन के पति राहुल को छुपकर बताई थी. जिस पर वह तत्काल शनिवार को गणेश मिश्रा के घर पहुंचे. तब तक डिजिटल अरेस्ट का नाटक चल रहा था.
राहुल ने जब डिजिटल अरेस्ट करने वालों को समझाना शुरू किया और पुलिस को सूचना दी. रिटायर्ड बैंक मैनेजर को ठगों ने अपने झांसे में लेकर डिजिटल अरेस्ट किया था लेकिन उनके रिश्तेदारों की समझदारी से उनके साथ ठगी नहीं हुई और पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची और जांच पड़ताल की जा रही है.
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