कुछ दिनों पहले नागरिक उड्डयन महानिदेशालय ने गो फर्स्ट को कुछ शर्तों के साथ विमान परिचालन की अनुमति दे दी थी। इसके बाद मंगलवार को एयरलाइन ने मुंबई से अपनी हैंडलैंडिग उड़ान शुरू कर दी।
बता दें कि जब विमान लंबे समय तक जमीन पर खड़े रहते हैं तो एयरलाइंस द्वारा हैंडलिंग उड़ानें संचालित की जाती हैं। डीजीसीए के अनुसार, यह सुनिश्चित करने के लिए कि विमान संचालन के लिए तैयार हैं, एयरलाइन कंपनियों को उड़ानों का प्रबंधन करना अनिवार्य है।
15 विमानों को मिली संचालन की अनुमति
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने कहा था कि गो फर्स्ट अंतरिम फंडिंग की उपलब्धता और नियामक द्वारा उड़ान कार्यक्रम की मंजूरी पर निर्धारित उड़ान संचालन फिर से शुरू कर सकता है। नियामक ने 15 विमानों और 114 दैनिक उड़ानों के संचालन की अनुमति दी है।
इसके अलावा, डीजीसीए ने एयरलाइन को सभी लागू नियामक आवश्यकताओं का अनुपालन सुनिश्चित करने, संचालन में लगे विमानों की निरंतर उड़ान योग्यता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। बता दें कि
कंपनी के पास मौजूद हैं 4,200
2 मई को, गो फर्स्ट ने अपनी उड़ानें रद्द कर दीं और राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) के समक्ष स्वैच्छिक दिवालियापन के लिए याचिका दायर की थी। एयरलाइन में लगभग 4,200 कर्मचारी हैं, और इसने वित्तीय वर्ष 2021-22 में परिचालन से कुल राजस्व 4,183 करोड़ रुपये बताया।
ऐसी रिपोर्टें थीं कि गो फर्स्ट की उड़ानें बंद होने से हवाई किराए पर दबाव पड़ा, खासकर उन चुनिंदा मार्गों पर जहां पर इस विमान कंपनी की संचालन ज्यादा हो रही थी।