सजल आंखों से साध्वी प्रितीसुधा को श्रद्वालूओं ने कराया विहार, उमड़ा जन सैलाब
भीलवाड़ा। चातुर्मास सम्पूर्ण साध्वी प्रितीसुधा के विहार मे उमड़ा जन सैलाब और सजल नैत्रों से श्रीसंघ अहिंसा भवन ने करवाया विहार। प्रवक्ता निलिष्का जैन ने बताया रविवार को विगत पांच महिनों से महासती उमरावकंवर प्रखंर वक्ता डॉ.प्रिती सुधा, साध्वी मधुसुधा, साध्वी संयम सुधा आदि ठाणा चातुर्मार्थ अहिंसा भवन विराजमान थे। जिनका भव्य जूलूस के साथ अहिंसा भवन के मुख्य मार्ग दर्शक अशोक पोखरना अध्यक्ष लक्ष्मण सिंह बाबेल, हेमन्त आंचलिया रिखबचंद पीपाड़ा, कूशलसिंह बूलिया, शांति लाल कांकरिया सहित चंदनबाला महिला मंडल की अध्यक्षा नीता बाबेल, उमा आंचलिया, रजनी सिंघवी, संजूलता बाबेल, सुनिता झामड़ आदि ने सैकड़ों श्रध्दालूओं के साथ भव्य झूलूस मे साथ साध्वी मंडल के विहार साथ चले।
इस दौरान शांतिभवन भोपालगंज पधारने पर श्रीसंघ के अध्यक्ष महेन्द्र छाजेड़ मंत्री राजेन्द्र सुराणा, सुशील चपलोत, बाबूलाल सूर्या, राजेन्द्र चीपड़, मनोहर लाल सूर्या, रतनलाल कोठारी, कानसिंह चैधरी अमरसिंह डूगरवाल तथा महावीर नवयुवक मंडल के अध्यक्ष पुखराज चैधरी, प्रदीप पारख एवं शांति जैन महिला मंडल की बहनों ने सैकड़ों श्रावक श्राविकाओं की मोजूदगी में जयकारों के साथ साध्वी मंडल की अगवानी की। इस दौरान साध्वी प्रितीसुधा ने सभी महामंगल पाठ देते हुए कहा कि आज जुदाई विदाई की वेला है। विदाई देना और लेना बहुत मुश्किल होता है, लेकिन यह विदाई नहीं बल्कि लक्ष्य की पूर्ति है। साधना और आराधना को क्रम बंद नहीं करना,धर्म के मार्ग चलोगे तभी जीवन का लक्ष्य प्राप्त करके मानव भव को सफल बना पाओगे। आत्मा को मोक्ष दिलवा पाओगे।