भारत

माघ पूर्णिमा के अवसर पर श्रद्धालुओं ने संगम में लगाई पवित्र डुबकी

Nilmani Pal
24 Feb 2024 2:22 AM GMT
माघ पूर्णिमा के अवसर पर श्रद्धालुओं ने संगम में लगाई पवित्र डुबकी
x

प्रयागराज। माघ पूर्णिमा के अवसर पर श्रद्धालुओं ने संगम में पवित्र डुबकी लगाई. हिंदू पंचांग के अनुसार, माघ मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को माघी पूर्णिमा का त्योहार मनाया जाता है. इस बार पूर्णिमा तिथि 23 फरवरी यानी कल दोपहर 3 बजकर 33 मिनट से शुरू हो चुकी है और समापन 24 फरवरी यानी आज शाम 5 बजकर 59 मिनट पर समाप्त होगा.

माघी पूर्णिमा के दिन प्रातः काल स्नानादि से निवृत्त होकर भगवान विष्णु एवं गंगा मैया की विधि पूर्वक कंकू, अबीर, गुलाल, सिंदूर, हल्दी, पंचामृत आदि से अभिषेक कर पूजा अर्चना करनी चाहिए. साथ ही ओम नमो भगवते वासुदेवाय नमः का जाप करना चाहिए. इसके पश्चात पितरों का श्राद्ध करना चाहिए जिससे श्राद्ध का फल प्राप्त होता है. गरीबों को भोजन, वस्त्र, दान देने का भी विशेष फल मिलता है. इस दिन तिल, कंबल, कपास, गुड, घी, मोदक, जूते, फल, अन्न और यथाशक्ति स्वर्ण का दान किया जाए तो वह भी विशेष फल देने वाला होता है.

मघा नक्षत्र के नाम से माघ पूर्णिमा की उत्पत्ति होती है. मान्यता है कि माघ माह में देवता पृथ्वी पर आते हैं और मनुष्य रूप धारण करके प्रयागराज में स्नान, दान और जप करते हैं. इसलिए कहा जाता है कि इस दिन प्रयागराज में गंगा स्नान करने से समस्त मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और मोक्ष की प्राप्ति होती है.


Next Story