देवभूमि उत्तराखंड: ईमानदारी की मिली सजा, आईपीएस अफसर को जंगल जाने से रोका तो वनकर्मी को किया गया सस्पेंड
देहरादून: दरअसल इन दोनों वनकर्मियों ने यूपी के एक आईपीएस अधिकारी और उनके दोस्तों को रात में पार्क के अंदर प्रवेश करने से रोक दिया था। अब नौकरशाहों की हनक तो आप जानते ही हैं। मामले की शिकायत तुरंत उच्चाधिकारियों से की गई। जिसके बाद पार्क निदेशक ने तत्काल कार्रवाई करते हुए दोनों वनकर्मियों को निलंबित कर दिया। हम आपको घटना का वीडियो भी दिखा रहे हैं। इस घटनाक्रम से वन कर्मचारियों में रोष है। घटना शुक्रवार रात की है। गोहरी रेंज में वन विभाग के बैरियर पर एक वन दरोगा और फॉरेस्ट गार्ड अपनी ड्यूटी कर रहे थे। तभी वहां यूपी नंबर की एक कार पहुंची। कार में बैठे पर्यटक पार्क में जाने की जिद करने लगे। उनका कहना था कि संबंधित क्षेत्र में उनकी जमीन है, लेकिन वनकर्मियों ने नियमों का हवाला देते हुए रात में जंगल में अंदर जाने की इजाजत नही दी। इस पर गाड़ी में सवार एक व्यक्ति खुद को यूपी का आईपीएस बताकर उन पर रौब गांठने लगा।
बाद में पर्यटकों ने पुलिस को सूचना दी और वनकर्मियों पर बदसलूकी का आरोप लगाया। उधर, शिकायत के आधार पर निदेशक ने वन दरोगा और फॉरेस्ट गार्ड को सस्पेंड कर दिया। राजाजी पार्क के निदेशक अखिलेश तिवारी ने कहा कि दोनों पक्षों में विवाद हुआ था। जिसका वीडियो भी सामने आया है। शिकायत के आधार पर दोनों वनकर्मियों को सस्पेंड किया गया है। उन्होंने कहा कि पार्क में रात में एंट्री वर्जित है, लेकिन वनकर्मियों को भी संयम बरतना चाहिए था। मामले की जांच की जाएगी। अगर वनकर्मी सही पाए गए तो निलंबन वापस होगा। किसी कर्मचारी का अहित नहीं होने दिया जाएगा।