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पटाखों पर बैन के बावजूद जमकर हुई आतिशबाजी, सांस लेने लायक नहीं रही राजधानी की हवा, गंभीर श्रेणी में पहुंचा AQI

jantaserishta.com
5 Nov 2021 2:53 AM GMT
पटाखों पर बैन के बावजूद जमकर हुई आतिशबाजी, सांस लेने लायक नहीं रही राजधानी की हवा, गंभीर श्रेणी में पहुंचा AQI
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Air Pollution: दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) में पटाखों पर बैन के बावजूद दिवाली (Diwali) के मौके पर जमकर आतिशबाजी हुई. जिसके बाद दिल्ली का वायु गुणवत्ता (Air Quality) सूचकांक (एक्यूआई) 'गंभीर' श्रेणी में पहुंच गया है. सुबह दिल्ली के जनपथ में प्रदूषण मीटर (पीएम) 2.5 की सांद्रता 655.07 थी. वहीं, बृहस्पतिवार को दिल्ली के प्रदूषण स्तर में पराली जलाने का योगदान बढ़कर 25 प्रतिशत हो गया जो इस मौसम का अब तक का सर्वाधिक स्तर है.

दिल्ली के आसमान में धुंध की मोटी चादर छाई हुई है. यहां कई लोगों ने गले में खुजली और आंखों में पानी आने की शिकायत की है. पटाखों पर दिल्ली सरकार के प्रतिबंध के बावजूद कई लोगों को दिवाली के अवसर पर सड़क पर पटाखे फोड़ते हुए देखा गया.
वहीं, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के मुताबिक, राजधानी का पिछले 24 घंटे का औसत एक्यूआई बृहस्पतिवार को 382 पर पहुंच गया, जो बुधवार को 314 था. मंगलवार को 24 घंटे का औसत एक्यूआई 303 और सोमवार को 281 था. 'सफर' के पूर्वानुमान के मुताबिक, शुक्रवार को दिल्ली के प्रदूषण स्तर में पराली जलाने का योगदान बढ़कर 35 प्रतिशत और शनिवार को 40 प्रतिशत तक पहुंच सकता है. उत्तर-पश्चिम हवाएं पंजाब और हरियाणा में पराली जलाने के कारण उठने वाले धुएं को दिल्ली की तरफ ला सकती हैं. सफर के मुताबिक, सात नवंबर की शाम तक ही कुछ राहत मिलने की उम्मीद है.
शून्य और 50 के बीच एक्यूआई को 'अच्छा', 51 और 100 के बीच 'संतोषजनक', 101 और 200 के बीच 'मध्यम', 201 और 300 के बीच 'खराब', 301 और 400 के बीच 'बहुत खराब' और 401 और 500 के बीच को 'गंभीर' माना जाता है.

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