प्रधानमंत्री बनने के बाद भी मारुति 800 पर दौरा करना चाहते थे मनमोहन सिंह, बॉडी गार्ड रहे पूर्व IPS का पोस्ट
दिल्ली। देश के 13वें प्रधानमंत्री रहे डॉ मनमोहन सिंह के निधन पर सात दिन के राष्ट्रीय शोक का ऐलान किया गया है। पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह से जुड़े रहे लोगों ने उनके साथ बिताए अपने पलों को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है। इनमें से एक हैं यूपी के समाज कल्याण मंत्री और पूर्व आईपीएस अधिकारी असीम अरुण। असीम अरुण 2004 से 2008 तक स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप या एसपीजी का हिस्सा थे। इस दौरान असीम मनमोहन सिंह के मेन बॉडी गार्ड रहे। उन्होंने करीब से डॉ मनमोहन सिंह को जाना और उनकी सादगी भरे जीवन का हिस्सा बने।
तीन साल मनमोहन सिंह की सुरक्षा में तैनात रहे असीम अरुण ने एक किस्सा याद करते हुए सोशल मीडिया पर पोस्ट किया और बताया कि पूर्व प्रधानमंत्री का जीवन कैसे सादगी से भरा था। उन्होंने लिखा कि डॉ साहब की अपनी एक ही कार थी - मारुति 800, जो पीएम हाउस में चमचमाती काली बीएमडब्ल्यू के पीछे खड़ी रहती थी। मनमोहन सिंह जी बार-बार मुझे कहते- असीम, मुझे इस कार में चलना पसंद नहीं, मेरी गड्डी तो यह है (मारुति)। मैं समझाता कि सर यह गाड़ी आपके ऐश्वर्य के लिए नहीं है, इसके सिक्योरिटी फीचर्स ऐसे हैं जिसके लिए एसपीजी ने इसे लिया है। लेकिन जब कारकेड मारुति के सामने से निकलता तो वे हमेशा मन भर उसे देखते। जैसे संकल्प दोहरा रहे हो कि मैं मिडिल क्लास व्यक्ति हूं और आम आदमी की चिंता करना मेरा काम है। करोड़ों की गाड़ी पीएम की है, मेरी तो यह मारुति है।
पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का गुरुवार को निधन हो गया। वह 92 वर्ष के थे। उम्र से संबंधित बीमारियों के चलते उनका इलाज जारी था। 26 दिसंबर 2024 को घर पर अचानक वह बेहोश हो गए। इसके बाद मनमोहन सिंह को रात करीब आठ बजे दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के आपातकालीन वार्ड में भर्ती कराया गया था। रात 9:51 बजे उनका निधन हो गया।
मैं 2004 से लगभग तीन साल उनका बॉडी गार्ड रहा। एसपीजी में पीएम की सुरक्षा का सबसे अंदरुनी घेरा होता है - क्लोज़ प्रोटेक्शन टीम जिसका नेतृत्व करने का अवसर मुझे मिला था। एआईजी सीपीटी वो व्यक्ति है जो पीएम से कभी भी दूर नहीं रह सकता। यदि एक ही बॉडी गार्ड रह सकता है तो साथ यह बंदा… pic.twitter.com/468MO2Flxe
— Asim Arun (@asim_arun) December 26, 2024