भारत
बांग्लादेश के हालात को लेकर दिल्ली में हिंदू संगठनों का प्रदर्शन
jantaserishta.com
2 Dec 2024 11:39 AM GMT
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नई दिल्ली: पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को लेकर देशभर में रोष देखने को मिल रहा है। राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में सोमवार को इसको लेकर हिंदू संगठनों का विरोध देखने को मिला। इस दौरान उन्होंने आईएएनएस से खास बात की।
विश्व हिंदू परिषद, दिल्ली प्रांत के अध्यक्ष कपिल खन्ना ने कहा कि सभी बांग्लादेश की स्थिति से परिचित हैं। वहां पर स्थिति चिंताजनक है। 1947 के बाद से जब भी वहां पर कोई घटना घटती है, तो हिंदुओं पर अत्याचार होता है। अब स्थिति और भी भयावह हो गई है और हमारे धार्मिक स्थलों को तोड़ा जा रहा है। हिंदुओं को प्रताड़ित किया जा रहा है। संतों को सुरक्षा प्रदान करने के बजाय उनको जेल में डाला जा रहा है। उनको जेल में डालना बहुत ही निंदनीय है। यूनाइटेड नेशन और बांग्लादेश सरकार से हमारी मांग है कि वो सभी हिंदुओं को सुरक्षा प्रदान करें।
उन्होंने कहा कि दिल्ली और पूरे देश के लोगों में इसको लेकर रोष है और वो अपने रोष को प्रकट करने के लिए दिल्ली की सिविल सोसाइटी के लाखों लोगों के साथ बांग्लादेश के दूतावास के समक्ष 10 दिसंबर को प्रदर्शन करेंगे।
जैन समाज के धर्मगुरु लोकेश मुनि ने आईएएनएस से कहा, बांग्लादेश में जिस तरह से हिंदुओं पर अत्याचार हो रहा है, लोकतांत्रिक मूल्यों को कुचला जा रहा है, इसको लेकर दिल्ली के जंतर-मंतर पर सभी धर्मों के प्रमुखों और सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि इकट्ठे हुए हैं। सभी ने भारत सरकार से बड़ा और कड़ा कदम उठाने की मांग की है।
उन्होंने कहा, जिस तरह से इस्कॉन आदि संगठनों के प्रमुखों की गिरफ्तारी हुई है। माताओं और बहनों के साथ अत्याचार हो रहा है। मानवाधिकार संगठन, जो छोटी-छोटी घटनाओं पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हैं, आज वो चुप क्यों हैं? वैश्विक संगठनों से हमारी मांग है कि वो बांग्लादेश में हिंदुओं पर रहे अत्याचार पर तत्काल लगाम लगाएं। भारत सरकार से भी अपील है कि वो बड़ा और कड़ा कदम उठाए।
अजमेर शरीफ दरगाह मामले को लेकर उन्होंने कहा कि हमारे जैन मंदिर को नष्ट कर ढाई दिन का झोपड़ा बनाया गया है। तो ऐसे में जहां भी हमारे मंदिरों को नष्ट किया गया है, उसको लेकर हम एकमत हैं और सभी पर आवाज उठाएंगे।
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