मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में एक गर्भवती युवती अपने साथ हुए दुष्कर्म की रिपोर्ट दर्ज कराने थाना पहुंची तो थाना परिसर में ही डिलीवरी हो गई. थाना में महिला आरक्षक ने पीड़िता की सुरक्षित डिलीवरी में सहायता की और तत्काल जच्चा-बच्चा को डायल 100 की मदद से जिला अस्पताल भेजा गया. डॉक्टरों का कहना है कि जच्चा बच्चा दोनों स्वस्थ हैं.दरअसल, ये घटना छिंदवाड़ा जिले के लावाघोघरी थाना क्षेत्र की है. जहां 20 वर्षीय गर्भवती युवती अपने साथ हुए बलात्कार की रिपोर्ट लिखवाने मंगलवार को लावाघोघरी थाना पहुंची थी. उसके साथ उसके परिजन और गांव के लोग भी थाना पहुंचे थे. पीड़िता ने पुलिस को बताया कि गांव के एक युवक ने पीड़िता के साथ बलात्कार किया. उसके बाद वह लड़की को शादी झांसा देकर बलात्कार करते रहा और बाद में युवक ने शादी से मना कर दिया.
पीड़ित ने थाना प्रभारी से कहा कि मैं इतना चाहती हूं यदि वो मुझसे शादी करना चाह रहा है तो कर ले. मैं रिपोर्ट नहीं करना चाहती हूं. अगर वह मुझसे शादी नहीं करना चाहता तो मैं रिपोर्ट दर्ज करना चाहती हूं. थाना प्रभारी ने युवक राजेन्द्र का मोबाइल नम्बर लिया और युवक राजेन्द्र से बात की. उसने कहा कि मैं नागपुर में हूं. नागपुर से आने में समय लगेगा. मैं बस से लावाघोघरी के लिए निकलूंगा. परिजनों और पीड़िता थाना परिसर में बैठकर इंतजार कर रहे थे कि तभी थाना परिसर में ही प्रसूता को दर्द उठा. थाना में पदस्त महिला आरक्षक की सहायता से सुरक्षित डिलीवरी हुई. तत्काल डायल 100 से युवती और नवजात शिशु को जिला अस्पताल भेजा गया.
लावाघोघरी थाना प्रभारी राकेश भारती ने बताया कि 20 वर्ष गर्भवती युवती थाने आई थी. लड़के से बात करके उससे आने को कहा है. जैसा उसका जबाब होगा उसी तरह से कार्रवाई की जाएगी. इसी बीच लड़की को प्रसव पीड़ा होने लगी. थाना में पदस्त महिला आरक्षक ने नर्सिंग का कोर्स किया हुआ था. उसी ने लड़की की सुरक्षित डिलीवरी कराई. फिलहाल जच्चा बच्चा दोनों स्वस्थ हैं.