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साइकिल से खाना डिलीवर करने पहुंचे डिलीवरी बॉय, कहानी हुई वायरल तो तोहफे में मिली बाइक

jantaserishta.com
12 April 2022 12:50 PM GMT
साइकिल से खाना डिलीवर करने पहुंचे डिलीवरी बॉय, कहानी हुई वायरल तो तोहफे में मिली बाइक
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नई दिल्ली: आपने भी देखा होगा कि Zomato और Swiggy जैसी कंपनियों के कुछ डिलीवरी पार्टनर, साइकिल से लोगों का खाना पहुंचाते हैं. अभी जिस तरह की चिलचिलाती गर्मी पड़ रही है, उसमें साइकिल से डिलीवरी करना कोई आसान काम नहीं है. डिलीवरी करने वाले एक ऐसे ही शख्स की तस्वीर एक व्यक्ति ने सोशल मीडिया पर अपलोड की और उसकी कहानी साझा की. देखते ही देखते, लोगों ने क्राउडफंडिंग शुरू कर दी और उसे साइकिल की जगह मोटरसाइकिल गिफ्ट में मिल गई.

ट्विटर यूजर आदित्य शर्मा ने सोमवार को जोमैटो के डिलीवरी पार्टनर दुर्गा मीणा की तस्वीर साझा की. साथ ही, उन्होंने बताया कि डिलीवरी एजेंट ने कैसे 42 डिग्री गर्मी में भी साइकिल से, समय पर डिलीवरी की. आदित्य ने आगे बताया कि दुर्गा मीणा पिछले 12 साल से टीचर थे, लेकिन कोविड के दौरान उनकी स्कूल की नौकरी चली गई. इसके बाद उन्होंने जोमैटो के लिए डिलीवरी करना शुरू कर दिया. वह पिछले चार महीने से यही काम कर रहे हैं और महीने में 10 हजार रुपये कमा लेते हैं.
आदित्य ने दुर्गा मीणा से हुई बातचीत का ब्यौरा देते हुए कहा कि वह बीकॉम की पढ़ाई कर चुके हैं और एमकॉम करना चाहते हैं, लेकिन आर्थिक स्थिति खराब होने के चलते, उन्हें जोमैटो के लिए काम करना पड़ रहा है. यूजर ने यहां तक बताया कि दुर्गा अंग्रेजी में बात कर रहे थे और उन्हें इंटरनेट के बारे में भी सब पता है. वह एक लैपटॉप और वाई-फाई लेना चाहते हैं, ताकि वह ऑनलाइन बच्चों को पढ़ा सकें, क्योंकि अब सबकुछ ऑनलाइन होता जा रहा है.
दुर्गा ने यूजर को बताया कि उन्होंने कुछ लोन लिया था और अभी की कमाई से वह लोन चुका रहे हैं. इस कारण उनकी बचत कम हो पाती है. वह एक बाइक खरीदना चाहते हैं, क्योंकि साइकिल से अभी बमुश्किल 10-12 डिलीवरी कर पाते हैं और सांस लेने की भी फुर्सत नहीं मिल पाती है.
दुर्गा ने आदित्य से अनुरोध किया था कि वह उन्हें बाइक खरीदने के लिए डाउनपेमेंट कर दें. वह अपनी ईएमआई खुद भर लेंगे और 4 महीने में ब्याज के साथ डाउनपेमेंट भी लौटा देंगे. इसके बाद आदित्य ने Twitter पर 75 हजार रुपये जुटाने का अभियान शुरू किया. इसके बाद लोगों ने दुर्गा की मदद करने के लिए पैसे देने शुरू कर दिए. देखते-देखते जरूरी फंड जमा हो गया और साइकिल की जगह मोटरसाइकिल पाने की उनकी इच्छा भी पूरी हो गई. इस तरह, एक बार फिर से इंटरनेट पर वायरल हुई तस्वीर ने अच्छाई को बढ़ाने में सहयोग किया.
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