हवा में धूल का उच्च स्तर भी आंखों में कई तरह की समस्याएं पैदा कर सकता है. यह काफी स्वस्थ लोगों में भी आंखों की समस्या का कारण बन सकता है. फेलिक्स अस्पताल के निदेशक डॉ. डीके गुप्ता ने बताया कि जिन लोगों को धूल से एलर्जी है, उन्हें हवा में धूल के उच्च स्तर के कारण नाक बंद होने की समस्या हो सकती है. राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के कई इलाकों में निर्माण कार्य चल रहे हैं. इसके कारण एक साधारण धूल भरी आंधी मुसीबत बन सकती है. चूंकि गैर-प्रदूषण वाले महीनों में निर्माण कार्य पर कोई प्रतिबंध नहीं होता है, इसलिए धूल का स्तर और भी ज्यादा होता है. धूल हवा में पार्टिकुलेट मैटर 10 (PM10) में वृद्धि करती है, जो लंबे समय तक संपर्क में रहने पर लोगों के लिए खतरनाक है.
जिन लोगों को सांस की समस्या है उन्हें धूल में बाहर जाने से बचना चाहिए. धूल में बाहर निकलने से पहले वे अपनी नाक और मुंह को मास्क या किसी कपड़े से ढक लें. डॉ. गुप्ता ने कहा- यह भी सलाह दी जाती है कि ऐसे रोगियों को इस मौसम में हर समय अपनी दवाएं या इन्हेलर साथ रखना चाहिए, क्योंकि उनके लिए यह मौसम खतरनाक है.
#WATCH दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी के कुछ हिस्सों में तेज हवाओं और बिजली चमकने के साथ तेज़ बारिश हुई। वीडियो विजय चौक इलाके से है। pic.twitter.com/lvLD70Axjn
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 17, 2023