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साथ काम करेंगे दिल्ली टीचर्स यूनिवर्सिटी और अमेरिकी पब्लिक पॉलिसी थिंक टैंक 'रैंड कॉर्पोरेशन'

jantaserishta.com
18 July 2023 9:33 AM GMT
साथ काम करेंगे दिल्ली टीचर्स यूनिवर्सिटी और अमेरिकी पब्लिक पॉलिसी थिंक टैंक रैंड कॉर्पोरेशन
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नई दिल्ली: दिल्ली टीचर्स यूनिवर्सिटी (डीटीयू) ने प्रख्यात अमेरिकी संस्थान रैंड कॉर्पोरेशन के साथ तीन साल का एक समझौता किया है। इसका उद्देश्य दिल्ली में शिक्षा की गुणवत्ता को और बेहतर बनाना व शिक्षकों के प्रोफेशनल डेवलपमेंट की दिशा में काम करना है।
रैंड कॉर्पोरेशन अमेरिका स्थित एक नॉन-प्रॉफिट, नॉन-लीगल पब्लिक पॉलिसी थिंक टैंक है। रैंड कारपोरेशन के साथ हुए इस समझौते का उद्देश्य रणनीतिक मुद्दों पर सपोर्ट करना, शिक्षण व अनुसंधान को नए स्तर पर लेकर जाना और प्रमुख पब्लिक पॉलिसी के मुद्दों पर चर्चा के लिए मंच तैयार करना भी है।
उल्लेखनीय है कि रैंड कॉरपोरेशन को विश्व के टॉप तीन एजुकेशन थिंक टैंकों में से एक के रूप में जाना जाता है। इस समझौते के विषय में साझा करते हुए, दिल्ली की उच्च शिक्षा मंत्री आतिशी ने कहा कि दिल्ली टीचर्स यूनिवर्सिटी और रैंड कॉरपोरेशन के बीच यह पार्टनरशिप दिल्ली के एजुकेशनल ईको-सिस्टम को और बेहतर बनाने के हमारे प्रयास में एक और महत्वपूर्ण कदम है। रैंड कॉरपोरेशन के सपोर्ट और स्पेशलाइज़ेश के साथ, हमारा लक्ष्य शिक्षकों को शिक्षा के क्षेत्र में आधुनिक रिसर्च के साथ सशक्त बनाना और उन्हें ज़रूरी कौशलों से लैस करना है।
उन्होंने कहा कि हमारा विज़न केवल वर्ल्ड-क्लास स्कूल बनाने तक सीमित नहीं है, बल्कि दिल्ली में वर्ल्ड-क्लास उच्च शिक्षा संस्थान स्थापित करना भी है। यह पार्टनरशिप दिल्ली के शिक्षा क्षेत्र में एक मील का पत्थर साबित होगा जो शिक्षा में प्रभावी नीतियों और प्रथाओं के विकास को बढ़ावा देगा।
इस मौक़े पर वरिष्ठ अर्थशास्त्री और सेंटर फॉर एशिया पैसिफिक पॉलिसी, रैंड कॉरपोरेशन के निदेशक डॉ. रफीक दोसानी ने कहा, “दिल्ली टीचर्स यूनिवर्सिटी और रैंड कॉरपोरेशन के बीच सहयोग दिल्ली में प्रगतिशील एजुकेशनल ईको-सिस्टम को बढ़ावा देगा, जहां देश के भविष्य को आकार देने के लिए शिक्षकों को स्किल्ड बनाया जाएगा। 
उल्लेखनीय है कि अमेरिका स्थित रैंड कॉर्पोरेशन एक प्रतिष्ठित नॉन-प्रॉफिट संस्थान है जो व्यापक अनुसंधान और विश्लेषण के माध्यम से नीति और निर्णय लेने को बढ़ाने के लिए समर्पित है। दिल्ली सरकार के मुताबिक शिक्षा के क्षेत्र में रैंड कारपोरेशन की विशेषज्ञता अर्ली चाइल्डहुड, यानी केजी से लेकर बारहवीं कक्षा की स्कूली शिक्षा, उच्च शिक्षा, असेसमेंट, स्कूल सुधार, टीचर इफेक्टिवनेस, टेक्नोलॉजी इंटीग्रेशन सहित एक विस्तृत श्रृंखला तक फैली हुई है। इस संगठन को लगातार दुनिया भर में शीर्ष तीन शिक्षा थिंक टैंकों में से एक के रूप में मान्यता दी गई है, जो शिक्षा अनुसंधान में उनके असाधारण योगदान का प्रमाण है, जैसा कि 2020 ग्लोबल गो टू थिंक टैंक इंडेक्स रिपोर्ट रैंकिंग में स्वीकार किया गया है।
एमओयू पर डीटीयू के उपकुलपति प्रो. धनंजय जोशी और वरिष्ठ अर्थशास्त्री और सेंटर फॉर एशिया पैसिफिक पॉलिसी, रैंड कॉर्पोरेशन के निदेशक डॉ. रफीक दोसानी ने हस्ताक्षर किए।
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