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कोरोना सामान्य होने तक दिल्ली के स्कूल रहेंगे बंद, डिप्टी सीएम ने दी जानकारी
Deepa Sahu
26 Jun 2021 1:59 PM GMT
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दिल्ली के शिक्षा निदेशालय ने शैक्षणिक सत्र 2021-22 के लिए एक सर्कुलर जारी किया है.
दिल्ली के शिक्षा निदेशालय ने शैक्षणिक सत्र 2021-22 के लिए एक सर्कुलर जारी किया है. यह सर्कुलर सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में ऑनलाइन शिक्षण गतिविधियों के संचालन और क्रियान्वयन को लेकर है. साथ ही कोरोना से बचाव के तहत स्कूलों में बंदी जारी करने का फैसला लिया है. हालांकि बंदी के साथ ही शिक्षा निदेशालय ने नर्सरी से 12वीं तक की कक्षाओं में सेमी ऑनलाइन और ऑनलाइन शिक्षण गतिविधियां शुरु करने का फैसला लिया है.
इस उद्देश्य के साथ शिक्षा निदेशालय ने कार्ययोजना तैयार की है. जिसके तहत शिक्षक शिक्षण गतिविधियां शुरु करने से पहले छात्रों की भावानात्मक और मानसिक तौर पर मजबूत करने के लिए काम करेंगे. डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने इस संबंध में जानकारी देते हुए शनिवार को कहा कि कोरोना महामारी की स्थिति सामान्य होने तक स्कूल बंद रहेंगे, लेकिन ऑनलाइन और सेमी-ऑनलाइन माध्यमों का उपयोग करते हुए शिक्षकों और छात्रों के बीच जुड़ाव जल्द दोबारा शुरू हो जाएगा.
डिप्टी सीएम ने दी जानकारी
डिप्टी सीएम ने कहा कि महामारी की शुरुआत के साथ छात्रों की पढ़ाई का बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है. इस साल हमें न केवल बच्चों के लर्निंग गैप को कम करने की आवश्यकता है, बल्कि उन्हें भावानत्मक मदद देने की ज़रूरत भी है. साथ ही छात्रों को शिक्षण गतिविधियों के लिए दोबारा मानसिक रूप से तैयार करने की ज़रूरत है. उन्होंने कहा कि इस साल छात्रों के आंकलन के लिए शिक्षण योजनाओं और मूल्यांकन के बीच बेहतर तालमेल बनाकर ऐसी मूल्यांकन विधियों का प्रयोग किया जाएगा जो साल के अंत में मूल्यांकन एक बार होने वाली परीक्षा पर से हमारी निर्भरता को कम करेगा.
3 चरणों में आयोजित होगा पठन-पाठन
दिल्ली के स्कूलों में पठन-पाठन की प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए एक प्रभावशाली तरीका अपनाया गया है. जो 3 चरणों में संपन्न होगा. पहला चरण 28 जून से शुरू होगा. इस दौरान शिक्षक और स्कूल प्रमुख छात्रों और उनके अभिभावकों से संपर्क करेंगे, उनके संपर्क सूची को अपडेट करेंगे, व्हाट्सएप ग्रुप बनाएंगे और स्मार्ट फोन, सामान्य फोन या बिना फोन वाले छात्रों की सूची तैयार करेंगे.
वहीं दूसरा चरण 5 जुलाई से शुरू होगा. जिसमें शिक्षक अपने छात्रों से उनकी वर्तमान स्थिति को समझने और उन्हें मानसिक और भावनात्मक मदद देने का काम करेंगे. इसके साथ ही नर्सरी से आठवीं कक्षा तक की छात्राओं में वर्कशीट के माध्यम से पढ़ने, लिखने और अंकगणित के सामान्य गतिविधियों को शुरू करेंगे. वहीं कक्षा 9 से 12वीं में, बच्चों को ऑनलाइन कक्षाओं और वर्कशीट के माध्यम से पढ़ाने पर ध्यान दिया जाएगा. यह चरण जुलाई के अंत तक रहेगा.
तीसरा और अंतिम चरण अगस्त में शुरू होगा. इस दौरान लर्निंग गैप को खत्म करने के लिए कक्षाएं आधारित गतिविधियों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा. जबकि नर्सरी से आठवीं कक्षा को सामान्य और विषय आधारित वर्कशीट दी जाएगी. जबकि कक्षा 9वीं से 12वीं के लिए संबंधित विषय के शिक्षकों द्वारा ऑनलाइन कक्षाएं संचालित की जाएंगी.
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