उत्तर-पश्चिमी दिल्ली के रोहिणी में पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ के बाद कुख्यात गैंगस्टर अशोक प्रधान गैंग के एक गुर्गे को गिरफ्तार किया गया है। उस पर हत्या और डकैती जैसे एक दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी गौरव उर्फ मोंटी दिल्ली में गैंग को चला रहा था। उसे बवाना थाने का 'बैड कैरेक्टर' भी घोषित किया गया था। पुलिस ने बताया कि हत्या समेत 13 आपराधिक मामलों में शामिल रहे गौरव को शुक्रवार रात गिरफ्तार किया गया।
पुलिस उपायुक्त (रोहिणी) प्रणव तायल ने कहा कि शुक्रवार रात को सूचना मिली थी कि आरोपी रोहिणी सेक्टर-37 के पास आ रहा है। सब-इंस्पेक्टर चेतन ने अपनी टीम के साथ जाल बिछाया। पुलिस ने आरोपी को मोटरसाइकिल पर आते देख उसे रोकने की कोशिश की। इस दौरान आरोपी ने पुलिस टीम पर तीन राउंड फायरिंग कीं। जवाबी कार्रवाई में पुलिस टीम की ओर से स्थिति को नियंत्रित करने के लिए छह राउंड फायरिंग की गई। पुलिस की फायरिंग के दौरान गैंगस्टर के दोनों पैरों में गोली लग गई। इसके बाद पुलिस ने उसे पकड़ लिया।
डीसीपी तायल ने कहा कि गौरव ने पुलिस टीम पर फायरिंग के लिए इस्तेमाल की गई पिस्तौल के साथ चार जिंदा कारतूस बरामद किए हैं। पुलिस के मुताबिक, आरोपी पहले राजेश बवाना गिरोह में शामिल था और बाद में अशोक प्रधान गिरोह से जुड़ा था। उन्होंने कहा कि वह जून में कुतुबगढ़ गांव में जबरन वसूली और डकैती, हत्या की घटना का मास्टरमाइंड भी था। गौरव को बवाना थाने में दर्ज हत्या के एक मामले में दोषी करार दिया गया था। उन्होंने कहा कि वह पिछले साल मार्च में जमानत पर बाहर आया था।