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दिल्ली MCD उप चुनाव: बीजेपी के हाथ लगी निराशा, AAP का शानदार प्रदर्शन, 5 में से 4 वार्ड में दर्ज की जीत

jantaserishta.com
3 March 2021 5:55 AM GMT
दिल्ली MCD उप चुनाव: बीजेपी के हाथ लगी निराशा, AAP का शानदार प्रदर्शन, 5 में से 4 वार्ड में दर्ज की जीत
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दिल्ली नगर निगम उपचुनाव के सभी पांच सीटों नतीजे आ गए. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की सत्ताधारी आम आदमी पार्टी का प्रदर्शन इस चुनाव में बेहद शानदार रहे. पांच में से 4 सीटों पर 'आप' के प्रत्याशी विजयी रहे. कांग्रेस यहां की एक सीट जीतने में कामयाब रही. जबकि, भारतीय जनता पार्टी का एमसीडी उपचुनाव में हाथ खाली रहा. आप के उम्मीदवारों ने जिन सीटों पर जीत दर्ज की है वो हैं-

1-त्रिलोकपुरी से 4986 वोटों के अंतर से जीत दर्ज करने वाले विजय कुमार. जबकि, दूसरे नंबर पर रहे बीजेपी प्रत्याशी ओम प्रकाश
2- कल्याणपुरी वार्ड से आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार विजयी रहे. यहां से धीरेंद्र कुमार ने 7043 वोटों के अंतर से जीत हासिल की. जबकि दूसरे नंबर पर बीजेपी रही.
3-रोहिणी से आप के प्रत्याशी राम चंद्र
4-शालीमार बाग से आप के प्रत्याशी- सुनीता मिश्रा
जबकि, ईस्ट चौहान बांगर से कांग्रेस प्रत्याशी चौधरी जुबैर अहमद ने जीत हासिल की है. उत्तरी नगर निगम की दोनों सीटों पर आम आदमी पार्टी ने पाई जीत। 2017 में भाजपा से रेणु जाजू शालीमार बाग से विजय होकर आईं थीं, वहीं इस बार उनकी बहू सुरभि जाजू उपचुनाव लड़ रही थीं.
एमसीडी के उप-चुनाव में आप के शानदार प्रदर्शन के बाद दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने ट्वीट कर बधाई दी. उन्होंने कहा- "दिल्ली की जनता ने नगर निगम उप-चुनावों में 5 में से 4 सीटें देकर जिस तरह अरविंद केजरीवाल जी की राजनीति पर भरोसा जताया है और जिस तरह से भारतीय जनता पार्टी का सूपड़ा साफ किया है उससे ये बात साफ हो गई कि नगर निगम के 15 साल के बीजेपी के शासन से दिल्ली की जनता अब बहुत तंग आ चुकी है और अब चाहती है पूरी तरह से झाड़ू लगाकर bjp को साफ कर दिया जाए और यह बात इस बात का संकेत है कि जनता क्या चाहती है. अगले साल नगर निगम का चुनाव होगा वहां भी यही स्थिति होगी bjp का पूरी तरह सूपड़ा साफ हो जाएगा और आम आदमी पार्टी अरविंद केजरीवाल के काम करने को राजनीति को दिल्ली की जनता अपनाएगी."
गौरतलब है कि दिल्ली नगर निगम में बीजेपी का लंबे समय से कब्जा है. 2022 में एमसीडी का चुनाव होने जा रहा है. ऐसे में पांच सीटों पर दिल्ली नगर निगम के उप-चुनावों को बेहद अहम माना जा रहा था.
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