भारत
सरकार का फैसला, IAS के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने जा रही
jantaserishta.com
4 Jun 2023 3:50 AM GMT
x
DEMO PIC
अनुरोध पत्र सौंपा है।
नई दिल्ली (ईएएनएस)। दिल्ली सरकार आईएएस वाईवीवीजे राजशेखर के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने जा रही है। सेवा मंत्री सौरभ भारद्वाज ने वाईवीवीजे राजशेखर के तत्काल तबादले की मांग करते हुए सीएम अरविंद केजरीवाल को एक अनुरोध पत्र सौंपा है। इस पत्र में राजशेखर पर भ्रष्टाचार और कदाचार के आरोप और इस प्रकार की शिकायतों के बारे में विस्तृत विवरण है। वाईवीवीजे राजशेखर दिल्ली सरकार में सतर्कता और सेवा विभाग में विशेष सचिव के पद पर तैनात हैं।
मंत्री ने कहा है कि आधिकारिक रिकॉर्ड और कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उनके खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जानी चाहिए। सौरभ भारद्वाज ने कहा कि सतर्कता विभाग में राजशेखर की मौजूदगी के कारण नकारात्मक असर है। साथ ही, इनके आधार पर उनके स्थानांतरण या निष्कासन की तत्काल जरूरत पर जोर दिया गया है। मंत्री का कहना है कि राजशेखर ने निजी हित के लिए झूठी, तुच्छ और मनगढ़ंत गलत सूचनाओं का प्रसार किया। एआईएस (आचरण) नियम-1968 के उल्लंघन की ओर इशारा करते हुए मंत्री ने राजशेखर के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू करने का अनुरोध किया है।
इसके अलावा, मंत्री ने सिफारिश की है कि राजशेखर से जुड़ी भ्रष्ट आचरण और कदाचार की कथित शिकायतों की जांच एक एजेंसी को सौंपी जानी चाहिए। भारद्वाज के मुताबिक, राजशेखर के खिलाफ घोर अवज्ञा, अनुशासनहीन व्यवहार, भौतिक तथ्यों का मिथ्याकरण समेत अन्य गंभीर अपराध के आरोप लगे हैं।
सेवा मंत्री द्वारा सीएम अरविंद केजरीवाल को सौंपे गए नोट के मुताबिक, एक शिकायत के बाद 13 मई 2023 को वाईवीवीजे राजशेखर को दिए गए सभी कार्यो को तत्काल प्रभाव से वापस ले लिया गया था। भारद्वाज ने कहा कि आरोप था कि वह जबरन वसूली का रैकेट चला रहे थे और प्रोटेक्शन मनी की मांग कर रहे थे। सेवा मंत्री द्वारा 13 मई 2023 को जारी एक अन्य नोट में उन्हीं निर्देशों को दोहराया गया था, जिसमें ये भी निर्देश दिया गया था कि सतर्कता विभाग के सभी सहायक निदेशक सीधे सचिव (सतर्कता) को फाइलें प्रस्तुत करें। सचिव (सतर्कता) को विशेष सचिव (सतर्कता) द्वारा रखी जा रही सभी फाइलों को कब्जे में लेने का निर्देश दिया गया था, ताकि बाद में आधिकारिक रिकॉर्ड के साथ छेड़छाड़ या उनको नष्ट न किया जा सके।
पत्र में कहा गया है कि जैसा कि उपरोक्त संदर्भित आदेशों से स्पष्ट है कि किसी भी स्तर पर सचिव (सतर्कता) को मंत्री के कार्यालय में फाइलें रखने के लिए या सौंपने के कोई निर्देश जारी किए गए हों। आदेश स्पष्ट थे - फाइल राजशेखर से लेकर किसी भी अन्य अफसर को दे दी जाएं। भारद्वाज का कहना है कि इन लिखित आदेशों के बावजूद वाईवीवीजे राजशेखर ने जानबूझकर और अवैध रूप से सतर्कता विभाग से संबंधित कई फाइलों को गलत उद्देश्यों के चलते कब्जे में रख लिया। इसके अलावा, अपने वरिष्ठों के निर्देशों का पालन करने और खुद को निष्पक्ष जांच के लिए प्रस्तुत करने के बजाय उन्होंने झूठी व मनगढ़ंत कहानियों का सहारा लिया और दिल्ली के प्रभारी मंत्री और सचिव (सतर्कता) के कामकाज की विश्वसनीयता को भंग करने के लिए उनको मीडिया से साझा किया।
Next Story