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दिल्ली सरकार ने कहा- 'स्पुतनिक-V मैन्युफैक्चर्रस वैक्सीन सप्लाई के लिए तैयार, 18-44 साल के लिए खत्म हुआ टीका'

Kunti Dhruw
26 May 2021 8:56 AM GMT
दिल्ली सरकार ने कहा- स्पुतनिक-V मैन्युफैक्चर्रस वैक्सीन सप्लाई के लिए तैयार, 18-44 साल के लिए खत्म हुआ टीका
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मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल

दिल्ली में वैक्सीनेशन की कमी के बीच बुधवार को मीडिया से बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि स्पुतनिक-V के मैन्युफैक्चर्स दिल्ली को वैक्सीन सप्लाई करने के लिए तैयार हो गए हैं. उन्होंने कहा, "स्पुतनिक-V मैन्युफैक्चर्स के साथ बातचीत चल रही है लेकिन वैक्सीन की कितनी डोज मिलेंगी, इस बारे में अभी कुछ तय नहीं हुआ है. हमारे अधिकारियों और वैक्सीन मैन्युफैक्चरर प्रतिनिधियों के बीच मंगलवार को भी मुलाकात हुई."

वैक्सीन की कमी को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा, "अभी 44 से ऊपर वाले ग्रुप के लिए वैक्सीन उपलब्ध है. मैं उम्मीद करता हूं कि दिल्ली को जल्द से जल्द केंद्र सरकार से ज्यादा वैक्सीन मिलेगी. देश भर में कई राज्यों में वैक्सीनेशन सेंटर्स बंद होते जा रहे है. यह ऐसा समय था, जब सेंटर बढ़ने चाहिए थे. लेकिन वो बंद हो रहे हैं, यह अच्छी बात नहीं है. मैं उम्मीद करता हूं कि युद्ध स्तर पर वैक्सीन की सप्लाई की जाएगी. मैंने खुद प्रधानमंत्री जी को लिखा है कि हमें हर महीने 8 लाख वैक्सीन चाहिए."
दिल्ली के द्वारका में आज से ड्राइव थ्रू वैक्सीनेशन सेंटर की शुरुआत हो गई है. इसके तहत कोई भी व्यक्ति अपनी गाड़ी में बैठ-बैठे ही वैक्सीन की डोज लगवा सकेंगे. दिल्ली सरकार ने कहा कि आने वाले कुछ दिनों में और भी ड्राइव थ्रू सेंटर शुरू होने वाले हैं, इससे लोगों को बहुत मदद मिलेगी. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि वैक्सीन की बहुत ज्यादा कमी हो गई है. 18-44 साल के एज ग्रुप की कैटगरी में वैक्सीन बिल्कुल खत्म हो चुकी है.
उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार अलग-अलग कंपनियों को से बात करने की कोशिश कर रही है. सीएम ने कहा, "हमारे देश में कुछ गलतियां की गई. हमारा देश, दुनिया से 6 महीने पिछड़ गया. कोरोना की वैक्सीन सबसे पहले हिंदुस्तान में बनी, लेकिन प्रोडक्शन को लेकर दिक्कत हुई. हमने मास वैक्सीनेशन का प्लान नहीं बनाया. जबकि दूसरे देशों में मास वैक्सीनेशन हुआ. लेकिन जो हुआ, उसको भूल जाइए. अभी भी सेंस आफ अर्जेंसी को समझना चाहिए."
दूसरी वैक्सीन को भारत में मंजूरी दे केंद्र सरकार- सीएम
केजरीवाल ने कहा, "फाइजर और मॉडर्ना कह चुके हैं कि उनकी वैक्सीन बच्चों के लिए सूटेबल है. लेकिन इसे इस्तेमाल करने के लिए अभी तक हिंदुस्तान में इजाजत नहीं मिली है. केंद्र सरकार को इसमें देरी नहीं करनी चाहिए और जितनी भी अंतरराष्ट्रीय वैक्सीन उपलब्ध है, सबको हमारे देश में इस्तेमाल की इजाजत देनी चाहिए खासतौर पर बच्चों के लिए."
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दुनिया भर में जितनी भी वैक्सीन हैं, उनको 24 घंटे के अंदर भारत में इजाजत दी जा सकती है. उन्होंने कहा, "राज्य सरकारों ने सब से बात कर ली, एक भी राज्य सरकार वैक्सीन लेने में कामयाब नहीं हुई. केंद्र सरकार ने राज्यों के ऊपर डाल दिया. राज्य सरकारों ने ग्लोबल टेंडर करके देख लिए. सरकारी कंपनियां हमसे बात करने के लिए मना कर रही हैं. केंद्र को युद्ध स्तर पर वैक्सीनेशन ड्राइव चलाना होगा. मान लो कल पाकिस्तान वार कर दे तो वो कहेंगे कि दिल्ली ने कौन-सा न्यूक्लियर बम बनाया है, यूपी से कौन-सा टैंक आया है, बिहार ने क्या किया है? ऐसा नहीं हो सकता."
"ब्लैक फंगस के 620 केस, नहीं मिल रहे इंजेक्शन"
इसके अलावा लॉकडाउन को लेकर उन्होंने कहा कि इसे और अधिक नहीं बढ़ाया जा सकता है कि क्योंकि लोगों के काम-धंधे बंद हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन कब और कैसे खोलेंगे, इस पर बाद में फैसला करेंगे.
मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली में ब्लैक फंगस के 620 मामले आ चुके हैं, लेकिन इसके इलाज में इस्तेमाल होने वाली एम्फोटेरिसिन-बी इंजेक्शन नहीं मिल रही है. उन्होंने कहा, "परसों 400 इंजेक्शन मिले थे, कल भी 400 मिले थे. जबकि एक मरीज को 6 के करीब इंजेक्शन रोज लगने होते हैं. लेकिन हमें सिर्फ 400 मिल रहे हैं. जबकि 3500 चाहिए, इसलिए इलाज में दिक्कत आ रही है."
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