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दिल्ली: अंतरराष्ट्रीय मानकों के आधार पर बन रहीं 540 किमी लंबी सड़कें, केजरीवाल ने दिया प्रोजेक्ट जल्द पूरा करने का निर्देश
Deepa Sahu
6 April 2021 6:31 PM GMT
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मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल
जनता से रिश्ता वेबडेस्क: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अधिकारियों को 540 किमी लंबी उन सड़कों का निर्माण जल्द से जल्द पूरा करने का निर्देश दिया है, जिन्हें अंतरराष्ट्रीय मानकों के आधार पर विकसित किया जा रहा है। इन सड़कों को स्मार्ट सड़कें भी कहा जा रहा है क्योंकि निर्माण के समय इनके आसपास पैदल चालकों के लिए जगहें, पार्किंग करने की जगहें, नाश्ता करने के लिए रेस्टोरेंट्स और ई-वाहनों को चार्ज करने के लिए चार्जिंग पॉइंट की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी। सीएम अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को रिंग रोड स्थित श्रीनिवासपुरी में पायलट प्रोजेक्ट के तहत पुनर्विकसित की जा रही ऐसी ही एक सड़क के निर्माण कार्य का जायजा लिया।
इस दौरान केजरीवाल ने कहा कि सड़कों के सौंदर्यीकरण के लिए टेंडर की प्रक्रिया को जल्द से जल्द पूरा किया जाए, ताकि 2023 तक पुनर्विकास का कार्य पूरा किया जा सके। इस साल के अंत तक 35 किमी सड़कों का पुनर्निर्माण पूरा करने का लक्ष्य है।
बारिश में डूब जाती हैं सड़कें
दिल्ली की सड़कें अक्सर बारिश के समय डूब जाती हैं, जिससे सीएनजी चलित वाहनों के साथ-साथ अन्य वाहन फंस जाते हैं। इससे लोगों को जाम की भारी समस्या से जूझना पड़ता है। लेकिन नई तकनीकी से विकसित की जा रही सड़कों को अधिकतम वर्षा को झेलने के लिए भी उपयुक्त बनाया जा रहा है। अनुमान है कि इससे बारिश के समय लोगों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।
वर्षा जल संचित करने के खास उपाय
इतना ही नहीं, सरकार वर्षा जल को संचित करने के लिए भी विशेष उपाय कर रही है, जिससे बाद में इस पानी का उपयोग कर पौधों और पार्कों की सिंचाई की जा सकेगी। इससे दिल्ली की जल के मामले में दूसरे राज्यों पर निर्भरता कुछ कम हो सकेगी। सड़कों के किनारे हरियाली बढ़ाने पर खूब जोर दिया जा रहा है। साथ ही इन सड़कों को दिव्यांग जनों के लिए चलने के लिए बेहद उपयुक्त बनाया जा रहा है।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने समीक्षा बैठक के दौरान यूरोपीय शहरो की तर्ज पर विकसित की जा रही इन सभी सड़कों के प्रोजेक्ट की प्रगति की समीक्षा की। पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों ने बताया कि री—डिजाइन कर सड़कों को पुनर्विकसित करने का कार्य तेजी से चल रहा है और इसके लिए टेंडर की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
प्रदूषण बिलकुल नहीं होगा
सड़कों के री-डिजाइन के बाद सड़क के आस-पास एक इंच जमीन भी खाली नहीं होगी, जहां पर घास न लगी हो, ताकि सड़क पर धूल से प्रदूषण बिल्कुल न हो। अभी सड़कों पर धूल उड़ने की समस्या है, जिससे लोगों को धूल प्रदूषण की समस्या होती है। सड़क के किनारे खाली जमीन पर ग्रीन बेल्ट या घास लगाई जाएगी, ताकि हरियाली की वजह से सड़कें खूबसूरत दिखें और धूल से होने वाला प्रदूषण कम किया जा सके।
सड़कों पर यह सुविधाएं होंगी-
रिक्शा के लिए पार्किंग
पार्किंग के लिए स्थान चिंहित
ग्रीन बेल्ट
पब्लिक ओपन स्पेस
साइकिल लेन
पैदल लेन
सड़क की दीवारों पर विभिन्न तरह की डिजाइन का डिस्प्ले होगा
सड़क के बगल में पार्क होगा तो उसे दीवार से ढंका नहीं जाएगा, ताकि सड़क से पार्क की खूबसूरती दिखे।
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