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रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे को लेकर कहा- भारत हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार

Rani Sahu
28 Aug 2021 5:18 PM GMT
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे को लेकर कहा- भारत हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार
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यह बात रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अफगानिस्तान में बनी स्थिति के मद्देनजर कही है

भारत सुरक्षा मसले पर हर तरह की स्थिति से निपटने के लिए तैयार है। यह बात रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अफगानिस्तान में बनी स्थिति के मद्देनजर कही है। उन्होंने कहा, अक्सर दुनिया में होने वाले परिवर्तन हमारी चिंता बढ़ाते हैं, लेकिन एक देश के रूप में हमें उन चिंताओं से निपटते हुए सुरक्षा संबंधी अपने हित देखने होते हैं।

पाक लश्कर और जैश के जरिए जम्मू-कश्मीर को अशांत करने की कोशिश कर सकता है
रक्षा मंत्री का यह बयान अफगानिस्तान पर तालिबान का कब्जा होने से पाकिस्तानी आतंकी संगठनों लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मुहम्मद को ताकत मिलने की आशंका पैदा होने के चलते महत्वपूर्ण है। पाकिस्तान इन आतंकी संगठनों के जरिये जम्मू-कश्मीर को अशांत करने की नए सिरे से कोशिश कर सकता है।
राजनाथ ने कहा- दुनियाभर में हो रहे बदलाव चिंता का विषय
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आज तमिलनाडु के दौरे पर हैं। इस दौरान उन्होंने कहा कि दुनियाभर में हो रहे बदलाव हमारे लिए चिंता का विषय है। इस उथल-पुथल के समय हमें अपने पहरेदारों को मजबूत रखना होगा। साथ ही उन्होंने कहा कि हालांकि, ये चुनौतीपूर्ण समय हमें एक अवसर भी प्रदान करता है, जिसका हमें लाभ उठाना चाहिए। राजनाथ ने कहा कि वैश्विक सुरक्षा, सीमा विवाद और समुद्री प्रभुत्व के कारण दुनियाभर के देश अपनी सैन्य शक्ति के आधुनिकीकरण और मजबूत बनाने की दिशा में कार्य कर रहे हैं।
निगरानी पोत विग्रह को भारतीय तटरक्षक बल में शामिल
बता दें कि आज तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में निगरानी पोत विग्रह को भारतीय तटरक्षक बल में शामिल किया गया है। इस दौरान सेना प्रमुख जनरल एम.एम.नरवणे भी मौजूद रहे।
2008 मुंबई हमले के बाद से समुद्री मार्ग से नहीं हुई कोई आतंकी दुर्घटना
इस मौके पर मंत्री ने कहा कि सुरक्षा क्षमताओं में वृद्धि का परिणाम है कि 2008 के मुंबई हमले के बाद से समुद्री मार्ग से कोई आतंकवादी दुर्घटना नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि इस पोत की कमीशनिंग हमारी तटीय रक्षा क्षमता में महत्वपूर्ण सुधार के साथ-साथ रक्षा क्षेत्र में हमारी लगातार बढ़ती आत्मनिर्भरता को दर्शाता है।


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