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भाजपा के उम्मीदवार को 20 हजार से ज्यादा वोटों से हराया, जानें कौन है सबसे गरीब विधायक?
jantaserishta.com
14 March 2022 7:23 AM GMT
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राजनीति के बारे में एक आम धारणा बनी हुई है कि यहां वही राजनीति कर सत्ता के गलियारों में पहुंच सकता है, जिसे सत्ता पारिवारिक विरासत में मिली हो या फिर जिसके पास धनबल या बाहुबल हो.
चित्रकूट: यूपी की राजनीति के बारे में एक आम धारणा बनी हुई है कि यहां वही राजनीति कर सत्ता के गलियारों में पहुंच सकता है, जिसे सत्ता पारिवारिक विरासत में मिली हो या फिर जिसके पास धनबल या बाहुबल हो. बड़े समर्थकों की फौज, कारों के काफिले, कार्यालयों पर झंडा थामे कार्यकर्ता या राजनीतिक रसूख वाला व्यक्ति ही सत्तासीन हो, ये कतई जरूरी नहीं. ये बात सिद्ध कर दी है, चित्रकूट विधानसभा सीट से विधायक बने अनिल प्रधान ने.
आज हम आपको बताएंगे उत्तर प्रदेश के सबसे गरीब विधायक की कहानी. जिसके पास न घर है न जमीन. वो बड़ी लग्जरी गाड़ियों में नहीं बल्कि साइकिल पर चलते हैं. अनिल प्रधान चमक धमक वाले कलफ लगे कुर्ते नहीं, बल्कि हरे रंग का कुर्ता और सफेद पायजामा पहनते हैं. सिर पर कभी हरा तो कभी लाल गमछा बांधने वाले अनिल प्रधान पैरों में हवाई चप्पल पहनते हैं.
महज 30 हजार 496 रुपये की संपत्ति के मालिक अनिल प्रधान के पास न खुद का घर है न ही जमीन. लेकिन जरूरतमंदों के लिए हर पल खड़े रहने वाले अनिल प्रधान ने विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी व योगी आदित्यनाथ की सरकार में लोक निर्माण विभाग के राज्य मंत्री रहे चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय को 20876 वोटों से पटखनी दी.
चित्रकूट की मानिकपुर तहसील के नया पुरवा गांव के रुकमा बुजुर्ग मजरे के रहने वाले अनिल प्रधान ने बुंदेलखंड विश्व विद्यालय से स्नातक की पढ़ाई की है. उन्होंने सामाजिक कार्यकर्ता के तौर पर अपना करियर शुरू किया था. दूसरों की पीड़ा को महसूस किया. लोगों को जब सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिला तो कई बार भूख हड़ताल भी की.
20 जून 2013 को तात्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव जब लैपटाप बांटने चित्रकूट आए, तब अनिल प्रधान ग्रामीणों को सरकारी योजनाओं का लाभ न मिलने के मुद्दे पर कार्यक्रम स्थल पर ही हंगामा करने लगे तो पुलिस ने इन्हें घसीटकर बाहर निकाल दिया था. लेकिन इससे अनिल प्रधान अखिलेश यादव की नजर में आ गए. अनिल प्रधान लखनऊ जाकर अखिलेश यादव से मुलाकातें करने लगे. अनिल के अनुरोध पर अखिलेश यादव ने लोहिया ग्रामीण बस सेवा शुरू करते हुए उनके गांव के लिए रोडवेज बस चलवाई थी. साथ ही अनिल प्रधान की मांग पर ही रूकमा में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और एक छोटा विद्युत उपकेंद्र भी बनवाया.
2017 में चित्रकूट जिला पंचायत सदस्य बनने वाले अनिल प्रधान ने विधायकी लड़ने का मन बनाया. जबकि पिछले साल हुए जिला पंचायत चुनाव में अपनी भाभी को मैदान में उतारा और पूरे जनपद में सबसे ज्यादा (क़रीब 11 हज़ार) वोटों से जीत दर्ज कराई.
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