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सत्संग के दौरान भगदड़ की घटना में मरने वालों की संख्या बढ़कर 121 हुई, 28 घायल
jantaserishta.com
3 July 2024 3:28 AM GMT
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Hathras: उत्तर प्रदेश के हाथरस में सत्संग के दौरान मची भगदड़ में अब तक 121 लोगों की मौत हो चुकी है. साथ ही 18 लोग गंभीर रूप से जख्मी हैं. हादसे के बाद से ही नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा फरार है. पुलिस बाबा की वहीं, प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज हाथरस का मुआयना कर सकते हैं. बताया जा रहा है कि पुलिस ने सत्संग के आयोजकों के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज हाथरस जा सकते हैं. उनका कहना है कि सरकार इस घटना की तह तक जाएगी और साजिशकर्ताओं और जिम्मेदार लोगों को उचित सजा देगी. राज्य सरकार इस पूरी घटना की जांच कर रही है.
हाथरस में हुई भगदड़ के बाद घटनास्थल पर पीएसी के तीन कमांडेंट पहुंच चुके हैं. आगरा, एटा, अलीगढ़ से पीएसी कंपनियां हाथरस पहुंचीं हैं. NDRF और SDRF की 2 कंपनियां भी मौके पर हैं. घटना की गंभीरता को देखते हुए भारी पुलिस बल भी मौके पर तैनात है.
उत्तर प्रदेश के हाथरस (hathras) में सत्संग के बाद हुई भगदड़ की घटना से पूरा देश हिल गया है. बाबा के दरबार में लाशों का अंबार लग गया. देखते ही देखते पूरा परिसर श्मशान बन गया. इस घटना में अभी तक 121 लोगों की मौत हो चुकी है. इस सत्संग का आयोजन नारायण साकार हरि नाम का बाबा कर रहा था. बाबा से आशीर्वाद लेने के लिए एक लाख से ज्यादा लोग पहुंचे थे.
हाथरस हादसे के दौरान जो लोग वहां मौजूद थे, उन लोगों ने जो बताया वो दिल दहला देने वाला है. ये लोग हादसे के तुरंत बाद बस से घर वापस लौट आए. एक व्यक्ति ने कहा कि हमारे सामने दो लोगों की मौत हो चुकी थी, खुशकिस्मत हैं, जो बचकर आ गए. जिस हिसाब से भीड़ थी और कम पुलिसकर्मी तैनात थे.
प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि जब सत्संग खत्म हुआ तो बाबा से मिलने के लिए महिलाएं उनकी गाड़ी के पीछे दौड़ीं, जिसके बाद भगदड़ मच गई. बहुत ज्यादा भीड़ और गर्मी थी. लोग जल्दी बाहर निकलने के चक्कर में भागने लगे. मिट्टी भी गीली थी, कीचड़ था. कई लोग फिसल गए. अगर प्रशासन मुस्तैद होता तो हादसा टल सकता था.
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