भारत

जहरीली शराब पीने से मरने वालों की संख्या हुई आठ, ठेके किये गए सील

Deepa Sahu
24 Aug 2021 6:34 PM GMT
जहरीली शराब पीने से मरने वालों की संख्या हुई आठ, ठेके किये गए सील
x
पिछले 48 घंटे में शराब पीने के बाद आगरा में आठ लोगों की मौत हो गई।

पिछले 48 घंटे में शराब पीने के बाद आगरा में आठ लोगों की मौत हो गई। चार लोगों की मौत ताजगंज क्षेत्र के गांव देवरी और चार की मौत डौकी क्षेत्र के गांव कौलारा कलां में हुई है। परिजन मौत की वजह जहरीली शराब बता रहे हैं। पुलिस प्रशासन इसे मानने को तैयार नहीं है। चार शवों का पोस्टमार्टम कराया गया है। डौकी में चार ठेके भी सील किए गए हैं। घरवालों का आरोप है कि यहां शराब घरों से बिकती है। वे शराब बेचने वालों के नाम भी बता रहे हैं।

डौकी के गांव कौलारा कलां में शराब पीने के बाद चार लोगों की हालत बिगड़ गई। इलाज के दौरान एक-एक करके चारों की मौत हो गई। परिजन आरोप लगा रहे हैं कि मौत जहरीली शराब पीने के कारण हुई है। वे मौत से पहले लक्षण वैसे ही बता रहे हैं जैसे जहरीली शराब पीने पर दिखते हैं। आरोप है कि गांव में कुछ लोग घरों से शराब बेचते हैं। हालांकि पुलिस प्रशासन अभी मौत की वजह जहरीली शराब नहीं मान रहा है।
गांव कौलारा कला निवासी अनिल, राधे और रामवीर वह गांव बरकुला निवासी गया प्रसाद (48) ने रविवार की रात एक साथ बैठकर शराब पी थी। अनिल, राधे और गयाप्रसाद की सोमवार को मौत हो गई। रामवीर ने मंगलवार की शाम दम तोड़ा। अनिल के दस वर्षीय बेटी चंचल ने बताया कि पापा रविवार की रात शराब पीकर आए थे। घर आकर खाना खाना। रात से ही उनकी तबियत बिगड़ने लगी। पहले पेट में दर्द की शिकायत करने लगे। बाद में उल्टियां होने लगीं। सोमवार की सुबह बीमारी की हालत में ही पापा बाहर गए थे। वापस दोबारा शराब पीकर लौटे। कुछ देर बाद पापा की तबियत ज्यादा बिगड़ गई।
सोमवार की दोपहर तीन बजे घरवाले गांव में ही एक डॉक्टर के पास ले गए। उसने ड्रिप लगा दी। तबियत में सुधार नहीं हुआ। घरवाले ताजगंज क्षेत्र स्थित नर्सिंग होम लेकर आए। रात साढ़े ग्यारह बजे अनिल की मौत हो गई। राधेश्याम उर्फ राधे की कौलारा कला में ससुराल है। घरवालों ने बताया कि रविवार की रात वह शराब पीकर आया था। सोमवार की सुबह छह बजे घर से निकला था। दोबारा शराब पी ली थी। तबियत बिगड़ी खेत में गिर पड़ा। कुछ देर वहां पड़ा रहा। उसके बाद घर लौटकर आया। घर आते ही उल्टियां होने लगीं। सीने में दर्द होने लगा। दोपहर को परिजन ताजगंज क्षेत्र स्थित नर्सिंग होम लेकर आए। रात को मौत हो गई। परिजन शव घर ले आए। अंतिम संस्कार कर दिया। गांव कौलारा कला निवासी रामवीर की तबियत भी सोमवार को बिगड़ी। उल्टियां और घबराहट होने लगी। परिजनों ने शमसाबाद मार्ग स्थित जीआर हॉस्पिटल में भर्ती कराया। मंगलवार की शाम उसने भी दम तोड़ दिया।
वहीं गांव बरकुला निवासी 48 वर्षीय गयाप्रसाद के बेटे भूपेंद्र ने बताया कि सोमवार की सुबह अनिल उनके पिता को बुलाकर ले गया था। पिता वापस लौटे तो शराब के नशे में थे। उसके बाद तबियत खराब हो गई। सोमवार की शाम को वे लोग पिता को गांव के डॉक्टर के पास ले गए। उसने हालत देखकर हाथ खड़े कर दिए। वे पिता को इलाज के लिए फिरोजाबाद लेकर जा रहे थे। रास्ते में मौत हो गई। पुलिस ने अनिल और गया प्रसाद के शव पोस्टमार्टम के लिए भेजे थे। रामवीर का शव मंगलवार की शाम पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
ताजगंज के गांव देवरी में शराब पीने के बाद एक-एक करके चार मजदूरों की मौत हो गई। पुलिस ने सोमवार को एक के शव का पोस्टमार्टम कराया था। उसमें मौत की वजह फेफड़ों की बीमारी आई। दो मजदूरों के परिजनों ने शव का पोस्टमार्टम ही नहीं कराया। वहीं चौथे का शव मंगलवार की दोपहर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। परिजनों का आरोप है कि चारों ने एक ही जगह से शराब खरीदी थी। मौत जहरीली शराब के कारण हुई है।
गांव देवरी में दहशत का माहौल है। सबसे पहले रविवार देर रात तारा चंद की मौत हुई थी। सोमवार सुबह ग्रामीणों को इसकी जानकारी हुई। तारा चंद के चचेरे भाई गुड्डू ने बताया कि भाई शराब पीने के आदी थी। रविवार को रक्षाबंधन के दिन दोपहर से शराब पी रहे थे। रात को किसी पल सोते-सोते मौत हो गई। सोमवार को इसकी जानकारी उन्होंने पुलिस को दी थी। पुलिस ने आकर शव को पेास्टमार्टम के लिए भेजा था।
ताराचंद की मौत के बाद गांव के चंद्रभान उर्फ चंदू कुशवाह, राम सहाय और सुनील की भी तबियत बिगड़ी। तीनों के पहले पेट में तेज दर्द हुआ। घबराहट और उल्टियां हुईं। राम सहाय और चंद्रभान उर्फ चंदू की मौत एक घंटे के अंतराल पर हुई। परिजनों ने पोस्टमार्टम कराए बिना शवों का रात में ही दाह संस्कार कर दिया। सुनील ने देर रात इलाज के दौरान दम तोड़ा। सुनील की पत्नी बेबी दिव्यांग है। तीन बच्चे हैं। सुनील के पिता जयपुर में रहते हैं। उन्हें सूचित किया गया। मंगलवार की दोपहर वह आगरा पहुंचे। पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने सुनील के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
देवरी में चार मजदूरों की मौत की जानकारी पर समाजसेवी विजय सिंह लोधी गांव में पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों से बातचीत की। विजय सिंह लोधी का आरोप है कि चारों मजदूरों की मौत जहरीली शराब पीने के कारण हुई है। पुलिस मामले को दबाना चाहती है। इसलिए मौत के इस तांडव को छिपाने का प्रयास किया गया। जानकारी पर पूर्व विधायक कालीचरण सुमन ने भी ग्रामीणों से संपर्क किया। उनकी मांग है कि मरने वाले मजदूरों को आर्थिक सहायता दी जाए।
Next Story