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डीएसपी के हत्यारे को फांसी की सजा

Nilmani Pal
22 May 2022 9:57 AM GMT
डीएसपी के हत्यारे को फांसी की सजा
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अलीगढ़ (Aligarh) में मुनीर मेहताब की दहशत साफ तौर पर दिखती थी.अलीगढ़ में मुनीर के द्वारा एक नहीं बल्कि तीन-तीन हत्याओं को अंजाम दिया गया. जिसमें उसका नाम उजागर हुआ और आज भी मुकदमे अदालत में विचाराधीन है और खुद मुनीर ने दो ऐसी घटनाएं कबूल की थी जिसमें उनका नाम नहीं आया था. शनिवार को बिजनौर की कोर्ट ने मुनीर मेहताब को फांसी की सजा सुनाई. तो अलीगढ़ में मुनीर को गिरफ्तार करने वाली टीम सहित पीड़ित परिवार की खुशी का ठिकाना नहीं रहा है. पीड़ित परिवारों को उम्मीद जागी है कि अब उन्हें भी न्याय मिलेगा. वहीं मुनीर को गिरफ्तारी करने वाली टीम का नेतृत्व करने वाले इंस्पेक्टर ने माना है कि अब उनकी मेहनत सफल हुई है.

बिजनौर में एनआईए के डीएसपी तंजील अहमद और उनकी पत्नी फरजाना की सनसनीखेज हत्या को अंजाम देने वाले पश्चिमी यूपी के कुख्यात अपराधी का अलीगढ़ से गहरा नाता रहा है. यहां उसने अपराध की किताब पढ़ी और फिर पश्चिमी यूपी के साथ-साथ लखनऊ दिल्ली तक में सनसनीखेज वारदातों को अंजाम देकर पुलिस को हैरत में डाल दिया. 25 साल की उम्र में मुनीर ने अपराध की दुनिया में अपना एक अलग मुकाम बना लिया था. वह अपना शौक पूरा करने के लिए बड़ी-बड़ी घटनाओं को अंजाम देने लगा इतना ही नहीं मुनीर ना तो अपने पास मोबाइल फोन रखता था और ना ही मुनीर किसी से ज्यादा संपर्क रखता था इसलिए पुलिस उसे पकड़ पाने में नाकाम साबित हो रही थी.

मुनीर को गिरफ्तार करने में एसटीएफ सहित तमाम एजेंसियां नाकाम साबित हो रही थीं. इसके बाद अलीगढ़ के तेजतर्रार इंस्पेक्टर अजय कौशल और एसओजी में कार्यरत राकेश यादव दुर्ग विजय सिंह के साथ फिरोज खान को एसटीएफ लखनऊ से संबद्ध किया गया. इन चारो जांबाज पुलिस के जवानों ने 2 महीने के प्रयास के बाद मुनीर को 26 जून को नोएडा गाजियाबाद बॉर्डर के एक मकान से दबोच लिया. मुनीर को गिरफ्तार करने के बाद डीजीपी स्तर से इन चारों जांबाज सिपाहियों को 2 लाख रुपये के इनाम की घोषणा हुई, लेकिन वह ईनाम आज तक उन्हें नहीं मिला है. इंस्पेक्टर विजय कौशल फिलहाल मथुरा में पोस्टिंग है. जबकि राकेश यादव हाथरस और दुर्विजय आगरा और फिरोज नोएडा में पोस्टिंग हैं. अलीगढ़ से मुनीर मेहताब का गहरा नाता रहा है. यहां मुनीर मेहताब लंबे समय तक रहा और अलीगढ़ से ही एसटीएफ की टीम ने उसे गिरफ्तार किया था. बताया जाता है कि मुनीर मेहताब ने अलीगढ़ में तीन हत्याएं की थी और तीनों के मामले अलीगढ़ कोर्ट में विचाराधीन है. अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के छात्र तल्हा पर हमला किया था,साथी पीडब्ल्यूडी ठेकेदार क्वार्सी में पिस्टल लूट, थाना सिविल लाइन इलाके में पल्सर बाइक लूट, मीनाक्षी पुल पर 32 लाख रुपये की लूट,रेलवे रोड पर 35 लाख रुपये की लूट, सिविल लाइन थाना क्षेत्र में कारोबारी फहद की हत्या, क्वार्सी के तारकपुर में प्रधान की ट्रैक्टर लूट, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय छात्र आलमगीर की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या, रेलवे मजिस्ट्रेट के गनर की हत्या कर लूट जैसे कई संगीन मामलों में मुनीर मेहताब का दखल था. इतना ही नहीं मुनीर मेहताब के द्वारा कई संगीन घटनाओं को अंजाम दिया गया है.

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