झारखंड के धनबाद में दम घुटने से तीन मजदूरों की मौत हो गई. तीनों ही मजदूर ईंट भट्टे पर काम करते थे. जब वे काम पर नहीं आये, तो भट्टा मालिक उन्हें खोजते हुए झोपड़ी की तरफ पहुंचा. झोंपड़ी में तीनों के शव पड़े हुए थे. सूचना पर पुलिस मौके पर आ गई. घटनास्थल का निरीक्षण करने के बाद पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू कर दी है. धनबाद के बाघमारा रंगलीटांड में ईंट भट्टा पर काम करने वाले तीन मजदूरों की मौत हो गई. उनके शव आज सुबह झोंपड़ी में पड़े मिले. बताया जा रहा है कि जब तीनों मजदूर काम पर नहीं पहुंचे, तो भट्टा मालिक उनकी झोंपड़ी की तरफ पहुंच गये. झोंपड़ी बंद थी, लेकिन उसमें से धुआं निकल रहा था. जब भट्टा मालिक ने झोंपड़ी से त्रिपाल हटाकर अंदर प्रवेश किया, तो वहां का नजारा देख, वह हैरान रह गया. तीनों मजदूर वहां पर मृत पड़े हुए थे.
भट्टे पर मजदूरों की मौत की सूचना मिलने के बाद मौके पर लोगों की भीड़ जुट गई. उधर सूचना मिलने के बाद तेतुलमारी पुलिस मौके पर पहुंच गई. पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण किया. भट्टा मालिक ने बताया कि ये तीनों मजदूर उसके यहां काम करते थे. भट्टे के पास ही इन मजदूरों ने एक झोंपड़ी बना रखी थी. रात में उसी झोंपड़ी में सोते थे. पुलिस ने बताया कि मजदूरों ने सर्दी से बचने के लिए झोंपड़ी को प्लास्टिक की त्रिपाल से ढका हुआ था. रात में मजदूरों ने झोंपड़ी के अंदर ही खाना बनाया. झोंपड़ी के अंदर बने चूल्हे पर देगची भी रखी हुई थी. वहीं चूल्हे में कोयले में आग सुलग रही थी. अंदाजा लगाया जा रहा है कि रात में सर्दी अधिक होने के चलते इन मजदूरों ने चूल्हे की आग को नहीं बुझाया, जिससे झोंपड़ी मे गर्माहट बनी रही.
पुलिस का मानना है कि चूल्हे के कोयले रातभर सुलगते रहे, जिससे निकला धुआं झोंपड़ी में भर गया. धुएं के कारण दम घुटने से मजदूरों की मौत हो गई. फिलहाल पुलिस ने तीनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. पुलिस का कहना है कि मौत के कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो सकेंगे.