बड़हलगंज के पिपरडाड़ी गांव में एक तरफ बहन की शादी हो रही थी वहीं दूसरी तरफ बड़े भाई ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। परिवार के मुखिया की मौत से शादी की खुशी मातम में बदल गई। मौत के बाद परिवारीजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। किसी तरह से लोगों ने शादी की रस्म पूरी कराई। देर रात शव को लेकर घर पहुंचे जहां गुरुवार को अन्तिम संस्कार किया गया। गांव के मनोज यादव की बहन संध्या की शादी पिपरौली ब्लाक के बसुधा गांव में दिग्विजय यादव के साथ तय थी। बुधवार को बारात आई थी। इस बीच मनोज की तबीयत बिगड़ गई। उन्हें सदर अस्पताल गोरखपुर में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान रात 11 बजे मौत हो गई। मौत की खबर मिलते ही माहौल गमगीन हो गया लेकिन जैसे तैसे शादी संपन्न हो गई। मनोज के पिता का 20 वर्ष पूर्व निधन हो चुका था। बहन की शादी की सारी जिम्मेदारी भाई मनोज के कंधे पर ही थी।
परिवारीजनों का कहना है की शादी के तीन दिन पूर्व बुखार की शिकायत पर मनोज को बड़हलगंज के एक प्राइवेट नर्सिंग होम में उपचार कराया गया था। जहां ब्लड जांच के बाद प्लेटलेट्स कम होने पर डॉक्टरों ने दवा देकर घर भेज दिया था। दूसरे दिन सांस की दिक्कत होने पर ऑक्सीजन की व्यवस्था घर पर ही की गई थी। ऑक्सीजन लेवल कम होने पर शादी के दिन ही मनोज को डॉक्टर को दिखाने के लिए उनका बेटा सदर अस्पताल गोरखपुर लेकर गया था। वहां डॉक्टरों ने भर्ती कर उपचार शुरू कर दिया था। बुधवार की रात में ही 11 बजे ही मनोज की मौत हो गई।