उज्जैन. मध्य प्रदेश के उज्जैन से एक दिल दहलाने वाली खबर सामने आई है. जहरीली शराब पीने से 11 लोगों की मौत से हड़कंप मच गया है. वहीं, उज्जैन के एसपी ने पुष्टि की है कि सभी मृतकों के शरीर में जहरीली जिंजर पाई गई है. इस घटना के बाद शहर के खारा कुआं थाना प्रभारी सहित 4 पुलिसकर्मियों निलंबित कर दिया गया है. यही नहीं, पूरे जिले में अवैध शराब के खिलाफ कार्रवाई में अब तक 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है.
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए गुरुवार को इस घटना की एसआईटी द्वारा जांच के निर्देश दिए हैं. वहीं मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने इस घटना को लेकर राज्य की भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि शिवराज जी, ये माफिया कब तक यूं ही निर्दोषों की जान लेते रहेंगे?
उज्जैन जिले के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रूपेश द्विवेदी ने बताया कि बुधवार से गुरुवार तक उज्जैन के तीन थाना इलाकों -खाराकुआ थाना, जीवजीगंज थाना एवं महाकाल थाना- में किसी प्रकार के विषैले पदार्थ के पीने से 11 लोगों की मौत हो गई है. ये सभी या तो भिखारी हैं या गरीब मजदूर हैं.उन्होंने कहा कि अब ये प्रदार्थ क्या है और ये किसके द्वारा बेचा गया, इसकी जांच की जा रही है. उन्होंने कहा कि इसके लिए हमारे द्वारा सघन छापेमारी की जा रही है और अभी तक 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. द्विवेदी ने बताया कि उज्जैन पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार सिंह ने थाना प्रभारी खाराकुआ निरीक्षक एम.एल. मीणा, बीट प्रभारी उप निरीक्षक निरंजन शर्मा और दो आरक्षकों शेख अनवर एवं नवाज शरीफ को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है.
यही नहीं, उज्जैन जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) महावीर खंडेलवाल ने बताया कि ये 11 लोग इतनी बुरी स्थिति में अस्पताल लाए गये थे कि इनमें से कोई भी 15 मिनट से ज्यादा जीवित नहीं रह पाया. साथ ही उन्होंने कहा कि ये कोई जहरीली शराब, स्प्रिट या कोई भी अन्य केमिकल भी हो सकता है, जो विसरा जांच में पता चलेगा.