श्रीगंगानगर। भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे श्रीगंगानगर जिले के के जैतसर गांव में कोरोना ने एक परिवार पर ऐसा कहर बरपाया कि पूरा गांव कांप उठा है. कोरोना के कारण इस परिवार के तीन सदस्यों की एक के बाद एक मौत हो गई. इनमें पति-पत्नी और उनका जवान बेटा शामिल है. जानकारी के अनुसार जैतसर के वार्ड 9 निवासी सेवानिवृत्त अध्यापक हरिनंद शर्मा (75) के परिवार में गत 29 अप्रैल को उनकी पत्नी कांता देवी (65) का स्वास्थ्य खराब होने पर उपचार के लिए सूरतगढ़ भर्ती करवाया गया. वहां स्वास्थ्य में सुधार नहीं होने के कारण उन्हें जिला मुख्यालय पर भर्ती करवाया गया. उसके अगले ही दिन उनके जवान पुत्र भरतभूषण शर्मा (35) का भी स्वास्थ्य खराब हो गया. इस पर उसे भी श्रीगंगानगर जिला अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती करवाया गया.
मां-बेटे दोनों के कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि होने पर उनका कोविड केयर वार्ड में उपचार शुरू हुआ. इसी दौरान 3 मई को कांतादेवी ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया. इसकी जानकारी मिलने पर अगले ही दिन 4 मई को उनके पुत्र भरतभूषण शर्मा ने भी दम तोड़ दिया. एक ही घर में एक के बाद एक लगातार हुई मां-बेटे की मौत से घर सूना हो गया. पत्नी और पुत्र की मौत के सदमे ने बुजुर्ग हरिनंद शर्मा को भी कमजोर कर दिया.
डगमगाते आत्मविश्वास के बीच हरिनंद शर्मा (75) भी कोरोना संक्रमित हो गये. उन्हें उपचार के लिए जयपुर ले जाया गया. वहां उपचार के दौरान वे अधरंग के शिकार हो गये. 18 मई को हरिनंद शर्मा की भी जयपुर में उपचार के दौरान मौत हो गई. एक ही परिवार के 3 सदस्यों की हुई मौत के बाद जिले के प्रशासनिक अधिकारी जैतसर पहुंचे और आवश्यक कार्रवाई तथा सर्वे करवाने के निर्देश दिए. एक ही परिवार में हुई तीन मौतों से ग्रामीण कोरोना को लेकर खौफजदा हैं.