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न्यूज़ क्रेडिट: हिंदुस्तान
कानपुर: कानपुर में भीषण गर्मी के चलते हीट स्ट्रोक ने तीन और की जान ले ली। प्रसूताओं की किडनी में के खून के थक्के बन रहे हैं इसलिए उन्हें इमरजेंसी में सघन चिकित्सा में भर्ती करने की नौबत आ गई है। 24 घंटे में पांच को हैलट और नर्सिंग होमों में भर्ती किया गया है।
हैलट इमरजेंसी में 27 मरीजों को हीट स्ट्रोक और डायरिया के चलते भर्ती कराया गया है। इनमें से 13 को किडनी की दिक्कत पर सघन चिकित्सा में रखा गया है। महाराजपुर के राधेलाल (56) को खेतों में काम करने के दौरान चक्कर आया और वे बेहोश हो गए। परिजन रात में सरसौल सीएचसी ले गए लेकिन उन्हें हैलट रेफर कर दिया गया, जहां पर चार घंटे के इलाज के बाद दम तोड़ दिया। हीट स्ट्रोक के कारण उन्हें पैरालिसिस हो गया था।
करही की लीलावती (49) को साकेत नगर के नर्सिंग होम में इलाज के बाद उर्सला भेजा गया लेकिन वहां पर हालत बिगड़ने पर हैलट इमरजेंसी रेफर किया गया। जहां मेडिसिन में दस घंटे इलाज चला। आईसीयू शिफ्ट किया लेकिन सुबह नौ बजे दम तोड़ दिया, मंधना के आलोकचंद्र की ब्रेन स्ट्रोक के चलते न्यूरो साइंस सेटर में मौत हो गई। प्रसुताओं को गर्मी में पानी की कमी के कारण क्रमण पर टीएमए यानी थांबोटिक माइक्रो एंजियोपैथी का हमला शुरू हुआ है। इसमें किडनी में थक्के बन जाने से एंटीबॉडी विकसित हो जाती है, जिसे प्लाज्मा थेरेपी से हटाने का काम किया जाता है। हैलट के नेफ्रो विशेषज्ञ डॉ. युवराज गुलाटी के मुताबिक टीएमए गंभीर बीमरी है।
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