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डेंगू के घातक डी2 स्ट्रेन से ब्रेन हैमरेज का हो सकता है खतरा, ICMR ने दी जानकारी
Deepa Sahu
9 Sep 2021 3:58 PM GMT
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डेंगू के घातक डी2 स्ट्रेन से ब्रेन हैमरेज का हो सकता है खतरा
नई दिल्ली, कोरोना महामारी के बीच डेंगू ने चिंता बढ़ा दी है। पिछले कुछ दिनों में उत्तर प्रदेश के कई जिलों में इसके कारण कई लोगों की मौत हो गई है। मथुरा, आगरा और फिरोजाबाद सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। इस बीच जानकारी सामने आई है कि अधिकांश मौतें डेंगू के डी2 स्ट्रेन के कारण हुई हैं। आइसीएमआर के महानिदेशक डा बलराम भार्गव ने गुरुवार को इसकी जानकारी दी। साथ ही उन्होंने कहा कि यह स्ट्रेन इतना घातक है कि यह ब्रेन हैमरेज भी करा सकता है। कोरोना को लेकर प्रेस ब्रीफिंग के दौरान उन्होंने यह जानकारी दी।
नीति आयोग (स्वास्थ्य) के सदस्य डा वीके पाल ने लोगों से मच्छरों से जनित बीमारियों के खिलाफ सुरक्षात्मक उपाय करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि डेंगू अन्य जटिलताओं और मृत्यु का कारण बन सकता है। उन्होंने कहा, ' मच्छरदानी, मास्क्यूटो रेपेलेंट, मच्छरों के काटने से बचने के लिए खुद को ढककर मच्छर जनित बीमारियों से खुद को बचाएं। डेंगू से मौत हो सकती है। हमारे पास डेंगू का टीका तक नहीं है। इसलिए डेंगू को एक गंभीर बीमारी के रूप में लेना महत्वपूर्ण है। इससे जटिलताएं पैदा होती हैं। मलेरिया के भी दुष्प्रभाव भी होते हैं। हमें बीमारी से लड़ना है।'
विशेषज्ञों के अनुसार, डेंगू वायरस सीरोटाइप 2 (DENV-2 या D2) को सबसे खतरनाक स्ट्रेन माना जाता है और यह बीमारी की गंभीरता का कारण बन सकता है। हाल ही में एक केंद्रीय दल ने फिरोजाबाद जिले का दौरा किया और पाया कि अधिकांश मामले डेंगू के हैं, जबकि कुछ स्क्रब टाइफस और लेप्टोस्पायरोसिस के हैं। मच्छर जनित रोगों के सूचकांकों को हाउस इंडेक्स और कंटेनर इंडेक्स के साथ उच्च पाया गया। दोनों 50 प्रतिशत से ऊपर थे। राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) ने अगले 14 दिनों के लिए जिले में दो एपेडमिक इंटेलिजेंस सर्विस (EIS) के अधिकारियों की नियुक्ति की है और वे इसके प्रकोप की प्रतिक्रिया को मजबूत करने में प्रशासन की सहायता करेंगे।
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