प्रदेश अध्यक्ष को बनाया गया निशाना, गोलियां बरसी, फैली सनसनी

गोंडा: अवध केसरी सेना के प्रदेश अध्यक्ष अमर पाल सिंह उर्फ नील ठाकुर पर जानलेवा हमले और फायरिंग करने के आरोपी सुधाकर सिंह को पुलिस ने मुठभेड़ के बाद रविवार देर रात दबोच लिया। पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल घटना के बाद बाबू ईश्वर शरण अस्पताल में भर्ती आरोपी सुधाकर सिंह को देखने पहुंचे। उन्होंने आरोपी …
गोंडा: अवध केसरी सेना के प्रदेश अध्यक्ष अमर पाल सिंह उर्फ नील ठाकुर पर जानलेवा हमले और फायरिंग करने के आरोपी सुधाकर सिंह को पुलिस ने मुठभेड़ के बाद रविवार देर रात दबोच लिया। पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल घटना के बाद बाबू ईश्वर शरण अस्पताल में भर्ती आरोपी सुधाकर सिंह को देखने पहुंचे। उन्होंने आरोपी से पूछताछ भी की है। एसपी ने बताया कि उसके दाएं पैर में गोली लगी है। उधर, पीजीआई में भर्ती नील ठाकुर की हालत में अपेक्षित सुधार है।
एसपी विनीत जायसवाल ने बताया कि बीते 21 दिसंबर को नील ठाकुर को गोली मारने का आरोपी सुधाकर सिंह फरार चल रहा था। उसकी गिरफ्तारी के लिए 25,000 रुपये का पुरस्कार घोषित किया गया था। एसपी ने बताया कि रविवार देर रात थाना कोतवाली नगर व स्वाट की संयुक्त टीम ने मुखबिर खास की सूचना पर सुधाकर सिंह की गिरफ्तारी के लिए गायत्रीपुरम के पास राधेपुरवा में घेराबन्दी की थी। पुलिस टीम को देखकर आरोपी सुधाकर सिंह ने फायर कर दिया। इस पर पुलिस ने सतर्कता बरतते हुए जवाबी फायरिंग की। इसमें आरोपी सुधाकर सिंह के पैर में गोली लगी। उसे आननफानन उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। बकौल एसपी नगर कोतवाली पुलिस ने उसके खिलाफ विधिक कार्रवाई की है। सुधाकर सिंह के कब्जे से अवैध पिस्टल .32 बोर, एक जिन्दा कारतूस और दो खोखा कारतूस बरामद किया है।
यह है घटना बीते 21 दिसंबर की रात थाना कोतवाली नगर क्षेत्र में सोनी गुमटी क्रॉसिंग के पास अवध केसरी सेना के प्रदेश अध्यक्ष अमरपाल सिंह उर्फ नील ठाकुर पर कुछ लोगों ने जानलेवा हमला कर दिया। इस दौरान उनके कमर में गोली भी मारी गई थी। पुलिस ने नील ठाकुर को उपचार के जिला अस्पताल लाया गया। जहां से बेहतर उपचार के लिए लखनऊ रेफर कर दिया गया। घटना के सम्बन्ध में पांच नामजद व चार अज्ञात लोगों के विरूद्ध मुकदमा दर्ज किया गया था। घटना में संलिप्त सात आरोपियों को गिरफ्तार कर पुलिस जेल भेज चुकी है।
ब्लॉक प्रमुख पुत्र पुलिस की पकड़ से दूर एसपी ने इस मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी को पांच टीमें गठित की थी। रविवार देररात मुठभेड़ के बाद सुधाकर सिंह की गिरफ्तार के बाद एक नामजद आरोपी गिरफ्तारी शेष है। इस मामले में नामजद ब्लाक प्रमुख पुत्र प्रवीण मिश्र अभी तक पुलिस के हाथ नहीं लगा है। सीओ विनय कुमार सिंह ने बताया कि उसकी सरगर्मी से तलाश की जा रही है।
