करौली. जिले के हिंडौन सिटी इलाके के ढिंढोरा गांव में शराब की अवैध दुकान को बंद कराने पहुंचे तहसीलदार, गिरदावर और पटवारी पर शराब माफियाओं ने हमला कर दिया. शराब माफियाओं ने लाठी-डंडों से मारपीट कर सरकारी गाड़ी में भी तोड़फोड़ कर दी. हालात देखकर तहसीलदार और अन्य कर्मचारी मौके से जान बचाकर भागे. तहसीलदार और कर्मचारियों ने सूरौठ थाने में आरोपियों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई है. घटना को लेकर गिरदावरों और पटवारियों में जबर्दस्त रोष व्याप्त हो गया है. उन्होंने आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है.
तहसीलदार मनीराम खीचड़ ने बताया कि वे गुरुवार शाम को वह ढिंढोरा में बाजार बंद करवाकर वापस सूरौठ आ रहे थे. इस दौरान ढिंढोरा गांव में एक मूर्ति के समीप शराब की शराब की अवैध दुकान देखी. वह खुली हुई भी थी. तहसीलदार को देखकर दुकानदार मौके से फरार हो गया. तहसीलदार ने सूरौठ थाना पुलिस, गिरदावर और पटवारी को सूचना देकर मौके पर आने के लिए कहा. इस पर गिरदावर और पटवारी मौके पर पहुंच गए.
इस दौरान राधाकृष्ण नाम का व्यक्ति वहां आया और तहसीलदार के साथ गाली गलौच तथा अभद्रता करते हुए अन्य लोगों को लाठियां लेकर बुला लिया. उसके बाद कुछ लोग वहां पहुंचे। सभी ने मिलकर तहसीलदार, गिरदावर और पटवारी के साथ लाठी-डंडों से मारपीट शुरू कर दी. उनका मोबाइल और चश्मा तोड़ दिया. तहसीलदार अपनी गाड़ी में बैठे तो आरोपियों ने गाड़ी के शीशे तोड़ दिए. उसके बाद तहसीलदार और उनके कर्मचारियों ने मौके से भाग कर अपनी जान बचाई. घटना के बाद एसडीएम, डीएसपी और सूरौठ थाना पुलिस मौके पर पहुंची लेकिन तब तक आरोपी फरार हो गए. घटना को लेकर गिरदावरों और पटवारियों ने एसडीएम को ज्ञापन देकर आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग की है. कार्रवाई नहीं होने पर उन्होंने आंदोलन की चेतावनी दी है. बताया जा रहा है कि सूरौठ ने पुलिस ने कुछ लोगों को मामले में हिरासत में भी लिया है.