भारत

डीसी और एसपी कार्यालय पर हमला, कई FIR दर्ज, 20 लोगों पर कसा शिकंजा

jantaserishta.com
2 March 2024 4:37 AM GMT
डीसी और एसपी कार्यालय पर हमला, कई FIR दर्ज, 20 लोगों पर कसा शिकंजा
x

सांकेतिक तस्वीर

आतंकवादियों की संलिप्तता का शक होने चलते जांच के लिए केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) को सौंप दिए हैं.
इंफाल: मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने शुक्रवार को विधानसभा सदन को संबोधित करते हुए जानकारी दी कि हाल ही में चुराचांदपुर आगजनी की घटना के संबंध में आठ एफआईआर दर्ज की हैं, जिसमें से दो मामलों में आतंकवादियों की संलिप्तता का शक होने चलते जांच के लिए केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) को सौंप दिए हैं.
चुराचांदपुर घटना पर कांग्रेस विधायक कीशम मेघचंद्र सिंह द्वारा लाए गए ध्यानाकर्षण प्रस्ताव का जवाब देते हुए, CM बीरेन सिंह ने कहा कि मणिपुर सरकार ऐसी घटनाओं को फिर से न होने देने से रोकने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है. मामले की उचित जांच के लिए सरकार ने आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की है.अब तक आगजनी और तोड़फोड़ में शामिल 20 लोगों की पहचान की गई है.
प्रश्नकाल के दौरान सीएम बीरेन सिंह ने हिंसा के दौरान राज्य बल की चोटों और मौतों के संबंध में विधायक रंजीत के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि नौ पुलिसकर्मियों की जान चली गई और 98 घायल हो गए. इस हिंसा में तीन केंद्रीय सुरक्षा बलों के जवान की भी जान चली गई, जबकि 68 जवान घायल हो गए. आठ पुलिसकर्मियों के परिवारों के लोगों को अनुग्रह राशि दी गई है और घायलों को मुआवजा राशि दी गई है. वहीं, एक मामले में अनुग्रह राशि देने की प्रक्रिया अभी बाकी है.
एक अखबार की रिपोर्ट का हवाला देते हुए जिसमें पीडब्ल्यूडी मंत्री गोविंद दास कोंथौजम ने विधायक पाओलीन लाल हाओकिप पर हिंसा में शामिल होने का आरोप लगाया था. कांग्रेस विधायक के.मेघचंद्र ने पाओलियन लाल हाओकिप के खिलाफ बाद में की गई कार्रवाइयों पर सवाल उठाया.
CM बीरेन सिंह ने इस संबंध में उल्लेख किया कि विधायक पाओलीनलाल हाओकिप ने भीड़ द्वारा हमला शुरू करने से पहले हेड कांस्टेबल के निलंबन के संबंध में 'एक्स' के माध्यम से चुराचांदपुर के लोगों के बीच गुस्सा भड़काया था. इसके बाद भीड़ ने चुराचांदपुर डीसी और एसपी कार्यालय पर हमला कर दिया.
उन्होंने कहा कि जब भीड़ ने हमला करना शुरू किया तो घटनास्थल पर मौजूद सुरक्षा बलों ने उन्हें चेतावनी दी और उन्हें तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज की और आंसू गैस के गोले दागे, लेकिन कुछ प्रदर्शनकारियों ने सुरक्षा बलों पर गोलीबारी शुरू कर दी. जिसके बाद स्थिति बिगड़ गई.
इस घटना में केंद्रीय बल के एक जवान को गोली लगी थी, लेकिन बुलेटप्रूफ जैकेट चलते वह बच गए. इसी घटना में राज्य के छह सुरक्षा कर्मियों को चोटें लगी और 43 नागरिक घायल हो गए थे. अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं.
Next Story