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दाऊद इब्राहिम के मददगार अरेस्ट, जबरन वसूली और जान से मारने की धमकी देने के मामलों में है आरोपी

Nilmani Pal
27 Sep 2022 1:43 AM GMT
दाऊद इब्राहिम के मददगार अरेस्ट, जबरन वसूली और जान से मारने की धमकी देने के मामलों में है आरोपी
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मुंबई। अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के मददगार और गैंगस्टर रियाज भाटी को मुंबई पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. मुंबई क्राइम ब्रांच की एंटी एक्सटोर्शन सेल(AEC) ने फरार चल रहे है भाटी को अंधेरी इलाके से अरेस्ट किया है. रियाज भाटी के खिलाफ जबरन वसूली और जान से मारने की धमकी देने का मामला दर्ज है. पुलिस मंगलवार को उसे कोर्ट में पेश करेगी. बता दें कि मुंबई के वर्सोवा पुलिस स्टेशन में गैंगस्टर छोटा शकील के रिश्तेदार सलीम कुरैशी उर्फ सलीम फ्रूट और रियाज भाटी के खिलाफ एक्सटोर्शन का मामला दर्ज है.

वर्सोवा पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज होने के बाद इस मामले की जांच क्राइम ब्रांच की एंटी एक्सटोर्शन सेल कर रही थी. पुलिस के मुताबिक रियाज भाटी और छोटा शकील के रिश्तेदार सलीम फ्रूट ने अंधेरी के एक व्यापारी को जान से मारने की धमकी देकर महंगी गाड़ी और 7 लाख रुपए से ज्यादा रकम वसूली थी. व्यापारी ने नजदीकी वर्सोवा पुलिस स्टेशन पहुंच कर मामला दर्ज कराया था. मामले की जांच कर रही क्राइम ब्रांच की AEC टीम को जानकारी मिली थी की रियाज भाटी अंधेरी की एक जगह पर आ रहा है,जिसके बाद जाल बिछा कर भाटी को अंधेरी इलाके से गिरफ्तार किया गया.

मामले की जांच कर रही क्राइम ब्रांच की AEC टीम को जानकारी मिली थी की रियाज भाटी अंधेरी की एक जगह पर आ रहा है,जिसके बाद जाल बिछा कर भाटी को अंधेरी इलाके से गिरफ्तार किया गया. क्राइम ब्रांच ने NIA स्पेशल कोर्ट में याचिका दाखिल कर सलीम फ्रूट की भी कस्टडी की मांग की है. गिरफ्तार आरोपी रियाज भाटी को पुलिस कोर्ट में पेश करेगी और उसकी कस्टडी की मांग करेगी.

भाटी एक कुख्यात गैंगस्टर है, जिसका दाऊद इब्राहिम गिरोह से सीधा संबंध है. भाटी के ऊपर रंगदारी, जमीन हड़पने, धोखाधड़ी जालसाजी और फायरिंग के कई मामले दर्ज हैं. 2015 और 2020 में फर्जी पासपोर्ट की मदद से अदालती आदेशों का उल्लंघन कर देश से भागने की कोशिश करने के दौरान उसे गिरफ्तार किया जा चुका है.

जुलाई में गोरेगांव में दर्ज एक परमबीर सिंह और सचिन वाजे पर दर्ज एक मामले में भाटी सह आरोपी है. सूत्रों के मुताबिक, वाजे के कहने पर भाटी बार और रेस्टोरेंट से वसूली करता था और उसे वाजे को देता था. इस मामले में उसकी अग्रिम जमानत कोर्ट ने सितंबर में रद्द कर दी थी. तब से वह फरार था.


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