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सियासत में ग्लैमर का तड़का: ससुर के रास्‍ते पर चल पड़ी बहू, मॉडलिंग करिअर छोड़कर राजनीति में आईं अनुकृति गुसाईं, कांग्रेस दे सकती है बड़ी जिम्मेदारी

jantaserishta.com
22 Jan 2022 10:25 AM GMT
सियासत में ग्लैमर का तड़का: ससुर के रास्‍ते पर चल पड़ी बहू, मॉडलिंग करिअर छोड़कर राजनीति में आईं अनुकृति गुसाईं, कांग्रेस दे सकती है बड़ी जिम्मेदारी
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उत्‍तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 (Uttarakhand Assembly Election 2022) से पहले कांग्रेस में एक स्‍टार चेहरा शामिल हुआ है। नाम है अनुकृति गुसाईं। सूबे से बाहर इस वक्‍त अनुकृति की चर्चा भले ही पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत की बहू के रूप में हो रही हो, उनकी अपनी हस्‍ती है। खबर है कि अनुकृति राज्‍य की लैंसडाउन सीट से दावेदारी ठोक रही हैं। हालांकि पार्टी ने अभी उनका टिकट कन्‍फर्म नहीं किया है। वे पिछले करीब साढ़े तीन साल से लैंसडाउन में पैठ बना रही है, जिसका गवाह उनका इंस्‍टाग्राम अकाउंट है। राजनीति के लिए उन्‍होंने मॉडलिंग को अलविदा कह दिया है। चर्चा यह भी है कि आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए कांग्रेस उन्‍हें अपने स्‍टार प्रचारकों की लिस्‍ट में शामिल कर सकती है।

हरक सिंह रावत सूबे की बीजेपी सरकार में मंत्री थे। चुनाव से पहले, पार्टी ने उन्‍हें छह साल के लिए निकाल दिया। बाद में रावत ने कांग्रेस जॉइन कर ली। न सिर्फ खुद आए, बल्कि बहू को भी साथ ले आए। अनुकृति ने शुक्रवार (21 जनवरी) को कांग्रेस की सदस्‍यता ग्रहण की।
सियासी हलकों में इस बात की चर्चा जोरों पर है कि हरक सिंह रावत अपनी पुत्रवधू को चुनावी मैदान में उतारना चाहते थे। हालांकि बीजेपी इसके लिए तैयार नहीं थी। रावत ने दिल्‍ली तक आकर दबाव बनाया मगर बात नहीं बनी। बीजेपी ने बाहर कर दिया। बहू का राजनीतिक करिअर बनाने के लिए हरक सिंह रावत ने कांग्रेस का रुख किया।
अनुकृति और हरक सिंह रावत के बेटे तुषित रावत की शादी 2018 में हुई। दोनों परिवारों के बीच पहले से ही अच्‍छे संबंध थे। लैंसडाउन में अनुकृति खासी सक्रिय रही हैं और हरक सिंह रावत का चुनाव प्रचार संभालती थीं।
अनुकृति गुसाईं ने 2013 में उन्होंने मिस इंडिया दिल्ली का खिताब जीता था। उसी साल मिस इंडिया प्रतियोगिता में पांचवें स्थान पर रहीं। उन्होंने वर्ष 2014 में मिस इंडिया पैसिफिक वर्ल्ड और वर्ष 2017 में मिस इंडिया ग्रैंड इंटरनैशनल में भारत का प्रतिनिधित्व किया।
अनुकृति गुसाईं ने पहले ही चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी थी। विधानसभा चुनाव लड़ने को लेकर आत्मविश्वास से भरपूर अनुकृति ने कहा था कि मुझे तो चुनाव लड़ना ही है, अब देखना यह है कि कौन सी पार्टी मुझे टिकट देती है। ऐसे में दबाव सीधा पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत पर आ गया था।
27 साल की अनुकृति महिला उत्थान एवं बाल कल्याण संस्थान नाम का एनजीओ चलाती हैं। लैंसडाउन में उन्‍होंने अच्‍छा-खासा काम किया है जिसकी बदौलत ही वह इस सीट से दावेदारी पेश कर रही हैं।








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