यूपी। बीजेपी ने यूपी चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की तीसरी लिस्ट जारी कर दी है. इस लिस्ट में कुल 85 उम्मीदवारों की घोषणा की गई है. 15 महिलाओं को भी मौका दिया गया है और 15 वर्तमान विधायकों का टिकट भी कटा है. लेकिन बीजेपी की इस लिस्ट में एक ऐसी उम्मीदवार भी है जो महज 25 वर्षीय है. हम बात कर रहे हैं बिधूना से बीजेपी प्रत्याशी रिया शाक्य की जो विनय शाक्य की बेटी हैं. अभी विनय शाक्य ही बिधूना सीट से विधायक हैं. लेकिन कुछ दिन पहले उन्होंने बीजेपी का साथ छोड़ सपा का दामन थाम लिया. ऐसी अटकलें हैं कि समाजवादी पार्टी उन्हें बिधूना से ही फिर प्रत्याशी बना सकती है. अगर ऐसा होता है ति यूपी चुनाव में इस बार पिता बनाम बेटी की एक जंग देखने को मिलेगी.
जानकारी के लिए बता दें कि रिया शाक्य 25 साल की हैं. देहरादून के बोर्डिंग स्कूल में उन्होंने पढ़ाई की है और पुणे के सिम्बायोसिस यूनिवर्सिटी से डिसाइन की पढ़ाई की है. उन्होंने 'user experience design' में स्पेशलाइजेशन भी कर रखा है. अब रिया इसे अपना सबसे बड़ा प्लस प्वाइंट मानती हैं. रिया कहती हैं कि मैंने जो कोर्स किया है, उसका लाभ अब यहां के लोगों को दूंगी. स्कूल कॉलेज में मैंने extra curricular activities में भाग लिया है. हमेशा मैं प्रतियोगिता में खुद शामिल होती रही हूं.
जब रिया से पूछा गया अगर उनकी पिता विनय शाक्य से कोई बात हुई है, इस पर वे कह गईं कि अभी तक कोई बात नहीं की गई है. उन्होंने ये दावा जरूर कर दिया है कि उनके पिता चाहते थे कि वे राजनीति में आएं. इसके अलावा रिया की माने तो उनके पिता की तबीयत अब ठीक नहीं रहती है. इस बारे में उन्होंने कहा कि विनय शाक्य को 2018 में ब्रेन स्ट्रोक हुआ था, उसके बाद से उनकी तबीयत ठीक नहीं रहती.अगर वो सोच समझ पाते तो बीजेपी छोड़ने का फ़ैसला नहीं लेते.
वैसे जिस किस्से की वजह से रिया सुर्खियों में आई हैं, वो कुछ दिन पहले की ही है. रिया ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर योगी सरकार से अपील की थी कि उनके पिता को वापस लाया जाए. आरोप लगाया गया था कि उनके चाचा देवेश शाक्य जबरदस्ती उनके पिता को अपने साथ ले गए हैं और सपा की सदस्यता दिलवा सकते हैं. वीडियो में ही रिया ने अपने पिता की खराब सेहत का भी हवाला दिया था. अब विनय शाक्य ने तो बीजेपी छोड़ दी लेकिन रिया ने बीजेपी के प्रति अपनी वफादारी दिखाई और अब वे उनकी उम्मीदवार भी बन गई हैं.