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प्री-प्राइमरी से लेकर हायर सेकेंडरी तक के बच्चों का तैयार होगा डाटा

5 Jan 2024 5:30 AM GMT
प्री-प्राइमरी से लेकर हायर सेकेंडरी तक के बच्चों का तैयार होगा डाटा
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धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश के स्कूली छात्रों की अब एक अपार आईडी बनाई जाएगी, जिसमें पढ़ाई के साथ-साथ विद्यार्थी द्वारा की जाने वाली हर गतिविधि व उपलब्धि को उस आईडी में शामिल किया जाएगा। इससे संबंधित छात्र की शैक्षणिक योग्यता के साथ-साथ अन्य गतिविधियां व उपलब्धियां भी उनकी अपार आईडी में शामिल होंगी। हालांकि अभी तक यह …

धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश के स्कूली छात्रों की अब एक अपार आईडी बनाई जाएगी, जिसमें पढ़ाई के साथ-साथ विद्यार्थी द्वारा की जाने वाली हर गतिविधि व उपलब्धि को उस आईडी में शामिल किया जाएगा। इससे संबंधित छात्र की शैक्षणिक योग्यता के साथ-साथ अन्य गतिविधियां व उपलब्धियां भी उनकी अपार आईडी में शामिल होंगी। हालांकि अभी तक यह विश्वविद्यालयों या पीएचडी स्कॉलर को ही सुविधा मिल रही थी, लेकिन आने वाले समय में एनईपी के तहत हर छात्र को लाभ होगा। हिमाचल प्रदेश के स्कूली छात्रों की आधार कार्ड जैसी एक यूनिक आईडी बनाई जाएगी, जिसमें विद्यार्थी का पूरा प्रोफाइल होगा। न्यू एजुकेशन पॉलिसी के तहत ऐसी आईडी बनाई जाएगी। हिमाचल प्रदेश में भी इसको लेकर कदमताल शुरू हो गई। छात्रों की अपार (एपीएएआर यानी ऑटोमेटेड, पर्मानेंट, एकेडमिक, अकाउंट, रजिस्ट्री) नाम से आईडी बनाई जाएगी।

अपार आईडी कार्ड में छात्र की एक-एक जानकारी होगी। नाम, पता, जन्मतिथि, फोटो ही नहीं, इसमें बच्चे के खेलकूद की गतिविधियां, साजिक सरोकारों पर काम, एजुकेशन लोन, स्कॉलरशिप, सेमिनार सर्टिफिकेट तथा अवार्ड आदि की भी पूरी जानकारी होगी। इसकी खासियत यह होगी कि इसके जरिए स्टूडेंट से रिलेटेड सारा डाटा एक ही जगह पर मिल जाएगा। इसके अलावा इसी आईडी के जरिए युवाओं को आगे नौकरी आदि लेने में मदद मिलेगी, क्योंकि इसमें छात्र की हर गतिविधि, उपलब्धि और योग्यता का ब्यौरा इस आईडी में दिया गया होगा, जबकि सरकारी रिक्रूटमेंट एजेंसी या कंपनी को अपनी रिक्वायरमेंट के तहत छात्रों का चयन करने में आसानी होगी। छात्र पढ़ाई के साथ अपनी अतिरिक्त उपलब्ध्यिों का आकलन कर सकेंगे।

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