मुंबई। बांगुरनगर पुलिस ने किडनैपिंग के मामले को सुलझाते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। जिस आरोपी को गिरफ्तार किया गया है, उसीने अपने अपहरण का प्लान बनाया था और पिता से पांच लाख रुपये की मांग की थी। जिसके लिए उसने अपने सहकर्मी का सहयोग लिया। पुलिस ने पहले उसीको हिरासत में लिया। इसके बाद उसने एक के बाद एक जानकारी पुलिस को दे दी।
मिली जानकारी के मुताबिक आरोपी डी मार्ट में मैनेजर के पद पर कार्यरत था। 31 मई की रात साढ़े ग्यारह बजे के लगभग जब आरोपी डी मार्ट से निकाला तब उसने अपना मोबाइल बंद कर लिया। पत्नी ने कई बार मोबाइल पर कॉल किया लेकिन फोन नहीं लगा। आरोपी की पत्नी के मोबाइल पर रात 2 बजे के लगभग एक व्हाट्सएप आया जिसमें उसका हाथ पैर बंधा हुवा था। इसके बाद वाट्सअप कॉल किया और उसे छोड़ने के लिए 5 लाख रुपये की डिमांड की। पैसे न देने पर जान से मारने की धमकी भी दी।
पुलिस ने बताया कि हमने जांच करते हुए लगभग 100 सीसीटीवी कैमरे तलाशे जिसमें इसका खुलासा हुआ और फिर मामले को हल कर लिया गया। दरअसल पुलिस ने एफआईआर दर्ज कराने के बाद जब जांच शुरू किया, तब कुछ तकनीकी जानकारी और सीसीटीवी फुटेज ने पोल खोल दी। इसके बाद पुलिस ने उसके सहकर्मी को हिरासत में लिया जिससे पूछताछ की गई। उसीने पूरा वाकिया पुलिस को बता दिया। जिससे पुलिस का शक यकीन में बदल गया और फिर मामले को सुलझा लिया गया।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक आरोपी जितेंद्र जोशी ने कई लोन ले रखे हैं। जिसका ईएमआई भरने के लिए उन्हें पैसे की जरूरत थी। इसीलिए उसने अपने सहकर्मी की मदद ली और फिर किडनैपिंग का प्लान बनाया। इसके बाद सहकर्मी ने उसके पिता से बात की और फिरौती की मांग की।पुलिस की थियरी के मुताबिक अगर किसीको किडनैप किया जाता है, तो फिरौती के तौर पर बड़े अमाउंट की मांग करेगा। लेकिन इस मामले में सिर्फ पांच लाख रुपयों की मांग की गई थी। इसलिए पुलिस को उसपर शक हो गया और फिर पुलिस ने उस कड़ी में जांच शुरू कर दी। इसके बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया।