आजकल बदलते समय के साथ धोखाधड़ी व फर्जीवाड़े के रूप भी बदल गए हैं। ऐसे में लोगों को सावधान रहने की जरूरत हैं। ऐसे में रोजाना बढ़ रहे सायबर अपराधों के चलते एमपी सायबर पुलिस ने आम जनता के लिए एडवायजरी जारी की है, जिसमें कुछ दिशा-निर्देश बताये गए हैं। आपको बता दें कि, प्रदेश में बढ़ते सायबर अपराधों के चलते अब इस अपराध में हनी ट्रैप की संदिग्धता भी सामने आ रही है। ऐसे में अब सायबर अपराधी तकनीकि का गलत इस्तेमाल कर आम जनता को जाल में फंसाकर जमकर फर्जीवाड़े को अंजाम दे रहे हैं। जिसके चलते क्राइम ब्रांच पुलिस ने जनता को सतर्क करने के लिए एडवायजरी जारी की है।
इन दिशा निर्देशों में बताया गया है कि यदि आपके मोबाइल नंबर पर कोई भी अनजान व्यक्ति वीडियो कॉल करता है तो आप कॉल रिसीव न करें क्योंकि आप अपराधियों के सायबर फ्राड का शिकार हो सकते हैं। साथ ही बताया गया है कि ऐसे कई नए मामले सामने आये हैं जहां अपराधी लोगों के नंबरों में वीडियो कॉल करते हैं, ऐसे में दूसरी तरफ कोई महिला न्यूड होकर कॉल अटेंड करती हैं। जैसे ही व्यक्ति कॉल रिसीव करता है, सायबर अपराधी उस व्यक्ति का महिला के साथ स्क्रीनशॉट ले लेते हैं और फिर ब्लैकमेल कर धन की उगाही शुरू करते हैं। इसमें अपराधी अमुक व्यक्ति को धमकी देता है कि अगर उसने पैसे नहीं दिए तो वह उसकी तस्वीर उसके सोशल मीडिया अकाउंट पर वायरल कर देगा। तो वहीं, इस तरह के अपराध में पीड़ित व्यक्ति अपने सम्मान और साख बचाने के चक्कर में पैसे दे देता है। इस कारण पुलिस ने अपील की है और एडवायजरी जारी की है कि अज्ञात नंबर से आने वाले वीडियो कॉल को रिसीव न करें।
सायबर पुलिस की तरफ से जारी एडवाइजरी में यह भी बताया गया है कि यदि आप सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते हैं तो अनजान लोगों से दोस्ती करने से बचे और यदि आपकी प्रोफाइल पर कोई भी व्यक्ति संदिग्ध गतिविधि करता है तो उसे तुरंत ब्लॉक या अन्फ्रेंड करें। साथ ही सभी अपने सोशल मीडिया प्रोफाइल की सभी प्रकार की सेटिंग को मजबूत करें ताकि हर कोई आपकी प्रोफाइल में जाकर आपकी जानकारी, फ्रेंड लिस्ट और पोस्ट ना देख सके। इसके अलावा अगर कोई अनजान आपके नम्बर पर वीडियो कॉल करता है तो पहले तो कॉल रिसीव न करें, यदि कॉल उठ गयी है तो फ्रंट कैमरे पर अपनी उंगली रखकर उसे छुपा दें। साथ ही सायबर अपराध होने पर टोल फ्री नंबर 155260 की मदद से संबंधित थाने में शिकायत दर्ज कराएं।