साइबर अपराधियों की इतनी हिम्मत, पुलिस के बड़े अफसर के नाम का इस्तेमाल
रामपुर: साइबर अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हो गए हैं कि अब प्रशासनिक अधिकारियों को भी नहीं बख्श रहे। अब उन्होंने मुरादाबाद के कमिश्नर के नाम से फेसबुक आईडी बनाकर रामपुर के प्रापर्टी डीलर से दो लाख रुपये की मांग की। कमिश्नर के दफ्तर से तहकीकात की तो आईडी फर्जी निकली। मामला मुख्यमंत्री तक पहुंचा। पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
शहर कोतवाली क्षेत्र के खारी कुआं निवासी रिजवान हुसैन प्रापर्टी डीलर हैं। रिजवान के मोबाइल पर पांच दिसंबर को कमिश्रनर आन्जनेय कुमार के नाम से फेसबुक मैसेज आया। रिजवान ने बताया कि मैसेज में लिखा था कि सीआरपीएफ के ऑफिसर उनके परिचित हैं जो तुम्हारे साथ बिजनेस करना चाहते हैं। मैसेज पर ही मोबाइल नंबर मांगा। रिजवान ने बताया कि उन्होंने भरोसा कर मोबाइल नंबर दे दिया। उसके बाद उसके मोबाइल पर फोन आया।
उसने स्वयं को सीआरपीएफ का अफसर बताया। कहने लगा कि मैं तुम्हारे साथ बिजनैस करना चाहता हूं। अपना एकाउंट नंबर दे दो कुछ पैसे डाल दूंगा। रिजवान ने एकाउंट नंबर देने से इनकार दिया। कुछ देर बाद दो लाख की डिमांड की। शक होने पर कमिश्रनर के दफ्तर से तहकीकात कराई तो फेसबुक आईडी फर्जी निकली।
प्रापर्टी डीलर ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराकर रिपोर्ट की मांग की। शहर कोतवाली पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज जांच शुरू कर दी है। रिजवान ने बताया कि फर्जी फेसबुक आईडी पर कमिश्नर की फोटो भी है।
वाट्सएप की डीपी पर जिलाधिकारी की फोटो लगाकर भी लोगों को दो बार ठगने की कोशिश की गई थी। लोगों से ऑनलाइन शापिंग करने पर पे-गिफ्ट कार्ड दिए जाने का लालच दिया गया। धोखाधड़ी करने वाले ने यह संदेश कई लोगों को भेजा। समय रहते जानकारी मिलने पर डीएम ने वाट्सएप नंबर लॉक करा दिया था।