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सीआरएस मनोज अरोडा ने किया जूनाखेड़ा-अकलेरा रेलखंड का बारीकी से निरीक्षण

Nilmani Pal
19 Jan 2023 4:08 AM GMT
सीआरएस मनोज अरोडा ने किया जूनाखेड़ा-अकलेरा रेलखंड का बारीकी से निरीक्षण
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कोटा। रेल संरक्षा आयुक्त (सीआरएस) मनोज अरोडा ने रामगंजमंडी-भोपाल नई रेल लाइन स्थित जूनाखेड़ा-अकलेरा रेलखंड का निरीक्षण किया। रात तक चले इस निरीक्षण के दौरान अरोडा ने 27 किलोमीटर लंबे इस रेलखंड को बारीकी से देखा। इस दौरान अरोडा ने 110 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से ट्रेन दौड़ाकर रेल पटरी की क्षमता को भी परखा।

सूत्रों ने बताया कि निरीक्षण के दौरान अरोडा संतुष्ट नजर आए। हालांकि अरोडा ने फिलहाल इस रेलखंड पर ट्रेन संचालन की अनुमति नहीं दी है। निरीक्षण कर अरोडा रात करीब 11 बजे कोटा पहुंचे। अरोडा का गुरुवार को भी जूनाखेड़ा-अकलेरा के निरीक्षण का कार्यक्रम निर्धारित था। लेकिन पहले दिन ही काम पूरा होने के कारण अरोडा गुरुवार को कोटा-सोगरिया रेलखंड स्थित करीब 3 किलोमीटर दोहरीकरण लाइन का निरीक्षण कर सकते हैं।

निरीक्षण के लिए अरोडा मंडल रेल प्रबंधक मनीष तिवारी सहित अन्य अधिकारियों के साथ सुबह करीब 6 बजे कोटा से रवाना हुए थे। अरोडा की स्पेशल ट्रेन करीब 8 बजे जूनाखेड़ा स्टेशन पहुंची थी। यहां पूजा अर्चना के बाद अरोडा ने सुबह करीब 10 बजे अपना निरीक्षण शुरू किया था। निरीक्षण के दौरान अरोडा ने रास्ते में करीब 400 मीटर की एक टनल, छह ब्रिज, एक अमेटा स्टेशन, सिग्नल प्रणाली, ओएचई, ट्रैक तथा स्टेशन भवन आदि को विशेष रूप से परखा। निरीक्षण करते हुए अरोडा देर शाम करीब 7 बजे अकलेरा स्टेशन पहुंचे। यहां निरीक्षण कर बाय रोड वापस जूनाखेड़ा स्टेशन पहुंचे। यहां से अरोड़ा ने अकलेरा तक 110 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेन दौड़ाकर स्पीड ट्रायल किया। इसके बाद वापस इसी ट्रेन से रात करीब 9:30 बजे जूनाखेड़ा स्टेशन पहुंचे। इसके बाद कोटा के लिए रवाना हुए। निरीक्षण से पहले स्थानीय लोगों द्वारा तिलक लगाकर और साफा पहनाकर अरोरा का स्वागत किया।

अरोडा की मंजूरी मिलने के बाद ट्रेन अब अकलेरा स्टेशन तक दौड़ेंगी। अभी तक जूनाखेड़ा तक ही ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है। इससे पहले झालावार सिटी तक ही ट्रेनें चल रही थी। झालावाड़ से जूनाखेड़ा तक करीब 23 किलोमीटर लंबे इस रेलखंड पर गत वर्ष 14 अगस्त से ही ट्रेनों का संचालन शुरू हुआ था। इससे पहले रामगंजमंडी से झालावार सिटी तक ट्रेनें चल रही थीं।

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