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अनशन पर बैठे CRPF का अफसर, ताकि बेरोजगारों को मिल सके नौकरी

Nilmani Pal
19 Jan 2022 10:07 AM GMT
अनशन पर बैठे CRPF का अफसर, ताकि बेरोजगारों को मिल सके नौकरी
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राजस्थान (Rajasthan) में बीते एक साल से बेरोजगारी की समस्याओं को लेकर लगातार बेरोजगार आंदोलन (unemployed protest in rajasthan) कर रहे हैं. अब प्रदेश के झुंझुनूं (jhunjhunu) में एक बार फिर बेरोजगारों का बड़ा आंदोलन हुंकार भर रहा है. झुंझुनूं में सीआरपीएफ के सहायक कमांडेंट शौर्य चक्र विजेता विकास जाखड़ (Vikas jakhar) बेरोजगारों की मांगों पर मंगलवार को आमरण अनशन शुरू कर दिया है. विकास गांव जाखड़ों का बास में अनशन पर बैठे हैं. जाखड़ का साथ देने के लिए प्रदेशभर में युवा जाखड़ों का बास में जुट रहे हैं.

बता दें कि जाखड़ रीट समेत कई सरकारी नौकरियों में धांधली को लेकर एक्शन लेने की मांग पर सरकार के खिलाफ अनशन पर बैठे हैं. गौरतलब है कि विकास जाखड़ सीआरपीएफ से इस्तीफा दे चुके हैं हालांकि फिलहाल उनका इस्तीफा मंजूर नहीं हुआ है. भास्कर की एक रिपोर्ट के मुताबिक जाखड़ ने बताया कि राजस्थान में बीते कुछ सालों से सरकारी नौकरी की भर्तियों में लगातार बड़े स्तर पर धांधली हो रही है जिसमें परीक्षा देने के बाद भी युवाओं के साथ अन्याय होता है. जाखड़ ने आरोप लगाया कि परीक्षाओं में नेताओं की भी मिलीभगत होती है. बता दें कि विकास जाखड़ रातभर धरना स्थल पर समर्थकों के साथ रहे और इस दौरान युवाओं और अन्य लोगों का समर्थन उन्हें मिल रहा है.

बता दें कि विकास जाखड़ अपनी सरकारी नौकरी से इस्तीफा देने के बाद लगातार युवाओं के लिए आवाज उठा रहे हैं, आमरण अनशन से पहले कुछ दिन वह राजधानी जयपुर में भी युवाओं के एक धरना प्रदर्शन में शामिल होने पहुंचे थे. वहीं जाखड़ सीएम अशोक गहलोत तक भी अपनी मांगें पहुंचा चुके हैं. जाखड़ की मुख्य मांग है कि साल 2021 में हुई रीट परीक्षा को रद्द कर एक महीने के भीतर फिर से परीक्षा आयोजित की जाए. वहीं रीट में हुई धांधली की जांच सीबीआई से करवाई जाए. इसके अलावा माध्यमिक शिक्षा बोर्ड चेयरमैन डीपी जरोली को हटाने से लेकर विधानसभा में नकल माफिया पर कड़े कानून जैसी मांग शामिल है.

गौरतलब है कि झुंझुनूं के इंदिरा नगर के रहने वाले सीआरपीएफ में असिस्टेंट कमांडेंट विकास जाखड़ 23 नवंबर 2016 में झारखंड के लातेहर में हुई नक्सलियों से मुठभेड़ में शामिल थे. इस दौरान उन्होंने 7 नक्सलियों को मौत के घाट उतारा था. वहीं विकास को उनकी वीरता के कारण राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शौर्य चक्र से सम्मानित किया था.


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