कश्मीर। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल यानी CRPF के एक कमांडेंट के खिलाफ महिला अधिकारी ने चरित्र हनन के आरोप लगाए थे. असिस्टेंट कमांडेंट के पद पर तैनात महिला अधिकारी के आरोप पर जम्मू कश्मीर की उधमपुर पुलिस ने संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है. पुलिस ने यौन शोषण के आरोपी सीआरपीएफ की 187 बटालियन के कमांडेंट सुरेंद्र सिंह राणा को गिरफ्तार कर लिया है.
जानकारी के मुताबिक कमांडेंट सुरेंद्र सिंह राणा के खिलाफ उधमपुर पुलिस ने आईपीसी की धारा 509, 354 ए और 354 डी के तहत केस दर्ज किया है. सीआरपीएफ ने भी अधिकारी की गिरफ्तारी के बाद मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं. देश के सबसे बड़े अर्धसैनिक बल ने इस मामले की जांच के लिए आईजी रैंक के अधिकारी के नेतृत्व में दो सदस्यीय टीम भी गठित कर दी है.
बताया जाता है कि यौन शोषण का आरोप लगाने वाली महिला अधिकारी ने अपनी शिकायत में कहा है कि कमांडेंट ने मेरा मानसिक और शारीरिक शोषण किया. कमांडेंट ने मुझे कागजों में तो रामबन स्थित कंपनी में तैनात कर रखा था लेकिन बटालियन मुख्यालय उधमपुर में ही कंपनी कमांडर मुख्यालय का चार्ज दिया. शिकायतकर्ता के मुताबिक तैनाती के कुछ समय बाद ही बटालियन में एक गुमनाम पत्र आया जिसे लेकर कमांडेंट से रिपोर्ट मांगी गई थी. उस पत्र में सरोज सिहाग और उनके पति सतीश सिहाग के मेस से रुपये लेने की बात थी. इनके खिलाफ तेल बेचने और क्षेत्रवाद फैलाने के भी आरोप थे. शिकायतकर्ता के मुताबिक कमांडेंट ने उसे बताया था कि सरोज और सतीश सिहाग पर लगाए गए आरोप सही हैं और वे केवल बटालियन की इज्जत बचाने के लिए इनके पक्ष में जवाब दे रहे हैं. मैंने पक्ष में जवाब तैयार करने से इनकार कर दिया तब उन्होंने किसी और से रिपोर्ट लगवाई. सरोज सिहाग ने जवानों से पैसे मांगना बंद नहीं किया लेकिन इसमें उन्हें मेरी ईमानदारी की वजह से समस्या होने लगी.
महिला अधिकारी ने आरोप लगाया कि सिहाग दंपति ने पंजाब के रहने वाले तीसरे शख्स से कमांडेंट की पत्नी को फोन करवाकर उसके संबंध में उल्टी सीधी बातें कराईं और उसके खिलाफ भड़काया. महिला अधिकारी ने कमांडेंट पर भी कमांडेंट का चार्ज नहीं रहने के बावजूद सुविधाओं का उपयोग करने के आरोप लगाए हैं.