बिहार : एसएच 56 कुशेश्वरस्थान-सुपौल मुख्य सड़क स्थित असमा पुल पर रात्रि आपराधिक घटना को अंजाम देने की तैयारी में कुशेश्वरस्थान में सीएसपी लीडर एवं बिरौल के सिसौनी में बेनीपुर के किराना उद्योग से लूट के मामलों की पुलिस ने जांच की। खुलासा कर बड़ी सफलता, सफलता की है।
पुलिस ने आठ बदमाशों को घटना में शामिल किया, एक बाइक, देसी कट्टा, 5 मोबाइल फोन बरामद किए गए, जिनमें से एक लाख 20 हजार 500 रुपये के अलावा उनके निशानदेही पर सीएससी दस्तावेजों से संबंधित दस्तावेज बरामद किए गए हैं। इसकी जानकारी प्रेस वार्ता के दौरान साइंटिफिक इंजीनियर चंद्र चौधरी ने दी।
उन्होंने बताया कि गिरफ्तार अपराधी कुशेश्वरस्थान थाना क्षेत्र के काशिमपुर गांव के अमरेश कुमार यादव, आरोपी रावत के मो. दिलशाद नाइक राजा, राजेश कुमार लाल, विष्णु कुमार साहा, झडा के कैलाश राम, दिलखुश कुमार नीका कारिका राम, आयुष राण्यंका नागा जनक, आदित्य रंजन, आदित्य राज नाइक गोलू ने पिछले कई महिनों से लेकर विभिन्न थाना क्षेत्रों में आपराधिक घटनाओं को अंजाम दिया है। सहमति होने की बात स्वीकार की है. 20 अक्टूबर को कुशेश्वर थाना क्षेत्र के उदा गांव के पास पीएनबी बैंक के सीएसपी लीडर से 35 हजार करोड़ रुपये की डकैती हुई थी।
इस घटना को लेकर कुशेश्वरस्थान थाने में दर्ज जांच के लिए अनुसंधान के लिए कुशेश्वरस्थान के राकेश कुमार के नेतृत्व में पुलिस अधिकारी मनीष कुमार, अजित टोप्पो और पवन कुमार रैना की चार रांची टीम का गठन किया गया। वैज्ञानिक अनुसंधान के क्रम में 30 अक्टूबर की रात सभी अपराधों और घटनाओं को अंजाम देने के फिराक में थे, उसी समय पुलिस ने सभी को न्युजुअल तक पहुँचने का मौका दिया। पूछताछ में बदमाशों ने बिरौल थाना क्षेत्र के सिसौनी में बेनीपुर के किराना के गवाह के रूप में लूट मामले में गवाह के रूप में शामिल कई सिलसिलेवार कहानियों की योजना तैयार करने की बात स्वीकार की है।
प्रेस वार्ता के दौरान पुलिस प्रादेशिक प्रेक्षक सुरेश राम, बिरौल दीपशिखा सत्य प्रकाश झा एवं कुशेश्वरस्थान के दीपशिखा राकेश कुमार उपस्थित थे।
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