एक जमाना था, जब चोर पुलिस के बीच एक खेल होता था. चोर आगे-आगे पुलिस पीछे पीछे. चोर छुप जाया करते थे और पुलिस (Police) उन्हें तलाश करके गिरफ्तार (arrest) करती थी. मगर अब जमाना बदल गया है. अब चोर (thief) या अपराधी (criminal) छुपते नहीं, बल्कि अपनी और अपने गुनाहों की नुमाइश सोशल मीडिया (social media) पर करते हैं. बड़े-बड़े गैंगस्टर (gangster) और डॉन (Don) सोशल मीडिया पर आकर अपने जुर्म (Crime) की कहानी सुनाते हैं. और वहां उन्हें जितने ज्यादा लाइक (Like) और व्यूज़ (Likes) मिलते हैं, वो उतने ही बड़े डॉन माने जाते हैं. तो आइए जानते हैं एक ऐसे अपराधी और उसकी मौत की कहानी, जिसे सोशल मीडिया ने ही डॉन बनाया.
लंबा क़द, कसरती बदन, पतली मूछें, आंखों पर काला चश्मा और सोशल मीडिया का चमकता सितारा. आम तौर पर जुर्म की स्याह दुनिया से ताल्लुक रखनेवाले लोग सोशल मीडिया की चमक-दमक से दूर ही रहते हैं. गरज़ ये कि कब-कहां-कैसे पुलिस और क़ानून की निगाहें टेढ़ी हो जाएं और कब सितारे गर्दिश में आ जाएं, ये कोई नहीं जानता.
लेकिन ये कहानी है नए दौर के उस डॉन (Don) की. जिसका नाम पुलिस के बही-खातों में बेशक एक हिस्ट्रीशीटर (history sheeter) के तौर पर दर्ज हो, लेकिन सोशल मीडिया पर उसके वीडियोज़ (Videos) और उसकी फैन फॉलोइंग (fan following) अपने-आप में एक नई हिस्ट्री बना चुके हैं. पूरा राजस्थान (Rajasthan) उसे देवा गुर्जर उर्फ़ डॉन देवा (Deva Gurjar @ Don Deva) के नाम से जानता है. वो राजस्थान की कोचिंग सिटी कोटा (Coaching City Kota) से ताल्लुक रखनेवाले इस तिलस्मी किरदार था. जिसके चर्चे जुर्म की दुनिया में उसकी हनक से ज़्यादा सोशल मीडिया पर उसकी मौजूदगी के चलते होते थे.
क्योंकि वो एक ऐसा डॉन था, जिसके अकेले इंस्टग्राम (Instagram) पर 2 लाख से ज़्यादा फॉलोअर थे और जिसके एक-एक वीडियो को यू-ट्यूब (YouTube) से लेकर अलग-अलग प्लेटफॉर्म्स पर चंद घंटों में हज़ारों-लाखों व्यूज़ और लाइक्स मिला करते थे. कहने की ज़रूरत नहीं है कि वो जुर्म की काली दुनिया, ठेकेदारी और दूसरे उल्टे-सीधे धंधों से जितना कमाता था, सोशल मीडिया से भी ठीक-ठाक रुपये जोड़ लेता था. लेकिन अपने लटके-झटकों, दंबगई वाली हरकतों और रील्स की वजह से वो जितना मशहूर था, उसे मौत भी उतनी ही भयानक मिली.
4 अप्रैल 2022, शाम 5 बजे, रावतभाटा, कोटा (राजस्थान)
जी हां, देवा गुर्जर उर्फ़ डॉन देवा इलाके के एक सैलून में शेविंग करवाने पहुंचा था. लेकिन इस रोज़ मौत पहले ही घात लगाए उसका इतंज़ार कर रही थी. अभी उसे सैलून में दाखिल हए चंद मिनट ही गुज़रे थे कि पीछे से दनदनाते हुए दसियों बदमाशों ने उस सैलून पर धावा बोल दिया. और इससे पहले कि कोई कुछ समझ पाता, लाठी-डंडे, तलवार और फरसों से लैस बदमाशों ने उस पर ताबड़तोड़ वार करना शुरू कर दिया. देखते ही देखते बीच बाजार में हुए इस हमले से पूरे रावतभाटा कस्बे में सनसनी फैल गई. जब तक पुलिस मौके पर आती, जब तक हमलावरों को रोका जाता, तब तक देर हो गई और सभी के सभी बदमाश डॉन देवा को बड़े आराम से निशाना बना कर पैदल ही सैलून से निकल फ़रार हो गए.
वारदात का लाइव वीडियो
वहीं सैलून के सामने मौजूद किसी शख्स ने बाहर से ही इस पूरी वारदात का वीडियो बना लिया, जो बाद में सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और इसी वीडियो की बदौलत पुलिस को हमलावरों की पहचान करने में भी मदद मिली. लेकिन वारदात के बाद देवा की लाश देखनेवाले लोगों ने बताया कि जिस तरह से दुश्मनों ने उसे टार्गेट किया, उसे देख कर ये साफ़ था कि वो किसी भी क़ीमत पर डॉन देवा को ज़िंदा नहीं छोड़ना चाहते थे और यही वजह है कि उसे ना सिर्फ़ नज़दीक से सटा कर एक के बाद एक कई गोलियां मारी गईं, बल्कि जिस्म पर अलग-अलग हथियारों से इतने वार किए गए कि उसकी लाश को ठीक से देखना तक मुश्किल हो रहा था. बताते हैं कि देवा के जिस्म के अलग-अलग हिस्सों पर काटे जाने के 18 निशान थे.
लेकिन फिर सवाल ये था कि आख़िर क्यों हुआ देवा के साथ ऐसा? सोशल मीडिया पर जिसके एक-एक वीडियोज़ को हज़ारों लाइक्स मिलते थे, जिस शख्स की दबंगई वाली तस्वीरों को देख-देख कर लोग ख़ुश हुआ करते थे, क्रिमिनल होने के बावजूद लाखों लोग जिसे अपने हीरो के तौर पर मानते थे, उस देवा गुर्जर को आख़िर इतनी भयानक मौत किसने दी? क्या कोटा में कोई देवा से भी बड़ा डॉन था, जिसे डॉन देवा का ये स्टारडम और डॉन देवा की ये मौजूदगी खटक रही थी? या फिर इस क़त्ल के पीछे दुश्मनी की कोई और कहानी थी?
तो इन सवालों के जवाब जानने से पहले डॉन देवा के एक वीडियो की बात करना ज़रूरी है. सोशल मीडिया पर मौजूद देवा के उस वीडियो में उसके किरदार, उसकी लाइफ़ स्टाइल, उसकी पसंद-नापसंद की पूरी झलक मिलती है. उस वीडियो में देवा किसी ठिकाने पर बड़ी ठसक से बैठा हुक्का पीता हुआ दिखाई दे रहा है. वो वहीं बैठे-बैठे किसी से फ़ोन पर बात कर रहा है, जबकि उसके सामने टेबल पर नोटों की ढेरों गड्डियां रखी हैं. ये गड्डियां भी यहां सिर्फ़ रखने के लिए रखी नहीं गई, बल्कि जिस तरह से सजाई गई है, उसे देख कर साफ़ है कि देवा खुद वीडियो में ये गड्डियां दिखाना चाहता है. लेकिन इस वीडियो में जो सबसे ज़्यादा ग़ौर करनेवाली बात है, वो है देवा के बगल में बैठा एक शख़्स. जो चुपचाप देवा की बातें सुन रहा है. उसकी बातों में हां में हां मिला रहा है. दरअसल, देवा यहां किसी से फ़ोन पर ठेके के लिए बात कर रहा है और ये ठेका अपने साथ बैठे इसी शख्स के साथ मिलकर लेने की बात कर रहा है. उस शख्स का नाम है बाबूलाल गुर्जर.
जी हां, वो बाबूलाल गुर्जर जिसका ठीक देवा गुर्जर की तरह ही कोटा और आस-पास के इलाके में जुर्म का सिक्का चला करता था. लेकिन फर्क बस इतना था कि देवा गुर्जर अपनी पर्सनैलिटी और अपनी पसंद नापसंद की वजह से सोशल मीडिया में कुछ ज़्यादा ही फेमस था, जबकि बाबूलाल गुर्जर को उस हिसाब से कम ही लोग जानते थे. अब जबकि पुलिस ने देवा गुर्जर के क़त्ल की साज़िश का खुलासा किया है, ये साफ़ हो गया है कि डॉन देवा के क़त्ल के पीछे उसी बाबूलाल गुर्जर का हाथ था. जी हां, उसी बाबूलाल गुर्जर का, जिसे देवा गुर्जर अपना दोस्त, अपना भाई मानता था. लेकिन वही बाबूलाल गुर्जर और देवा गुर्जर की जान का दुश्मन बन चुका था. पुलिस की मानें तो बाबूलाल गुर्जर से करीब छह महीने पहले ही देवा गुर्जर की दोस्ती हुई थी. यहां तक कि दोनों अक्सर साथ रहते थे और साथ-साथ सोशल मीडिया में वीडियोज भी बनाने लगे थे. लोग दोनों की दोस्ती की मिसालें दिया करते थें, मगर हक़ीक़त में बाबूलाल गुर्जर के दिमाग़ में कुछ और ही चल रहा था. उसने देवा गुर्जर से दोस्ती तो की, लेकिन उसके काम करने के तौर तरीक़े को देख कर उसी से रुपये वसूलने की कोशिश करने लगा. धीरे-धीरे दोनों के रिश्तों में कड़वाहट आ गई और बाबूलाल ने देवा गुर्जर से जबरन वसूली की कोशिश शुरू कर दी. ज़ाहिर है देवा इसके ख़िलाफ़ खड़ा हो गया. और यहीं से दोनों के रिश्तों में ऐसी तल्खी आई कि इसका अंजाम 4 अप्रैल को देवा गुर्जर के क़त्ल के तौर पर सामने आया.
फिलहाल, रावतभाटा, चितौड़ और कोटा पुलिस ने देवा गुर्जर के क़त्ल के सिलसिले में बाबूलाल गुर्जर समेत उसके गैंग के क़रीब 16 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन सोशल मीडिया पर छाये रहनेवाले इस डॉन के इस क़त्ल ने इन दिनों पूरे राजस्थान को सन्न कर दिया है.