
ऊना। ऊना के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल बनौड़े महादेव मंदिर को जाने वाली करोड़ों रुपए की लागत से बनी तीन किलोमीटर लंबी सडक़ दो दर्जन से अधिक स्थानों से उखड़ चुकी है। सडक़ के अन्य स्थानों पर भी दरारें पड़ रही हैं और निर्माण सामग्री उखड़ रही है। क्षेत्र के ग्रामीणों की तरफ से सडक़ निर्माण …
ऊना। ऊना के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल बनौड़े महादेव मंदिर को जाने वाली करोड़ों रुपए की लागत से बनी तीन किलोमीटर लंबी सडक़ दो दर्जन से अधिक स्थानों से उखड़ चुकी है। सडक़ के अन्य स्थानों पर भी दरारें पड़ रही हैं और निर्माण सामग्री उखड़ रही है। क्षेत्र के ग्रामीणों की तरफ से सडक़ निर्माण में ठेकेदार द्वारा डाली गई सामग्री पर भी सवाल उठाए हैं। ग्रामीणों के आरोप है कि अगर सडक़ में निर्माण सामग्री सही होती तो इतने बुरी तरीके से सडक़ न उखड़ती। ग्रामीणों में लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर भारी रोष है। ग्रामीणों ने मांग की है कि प्रदेश सरकार व लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को इस सडक़ में प्रयोग की गई निर्माण सामग्री की जांच की जाने चाहिए और सडक़ में प्रयोग किए गए नापदंड़ों की भी जांच की जाने चाहिए। वहीं, लोक निर्माण विभाग बंगाणा के एक्सईएन ई. देवराज ने कहा कि पहले यह सडक़ ऊना लोनिवि मंडल के तहत आती थी, लेकिन अब इसे बंगाणा में स्थानांतरित कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि मामला ध्यान में आ गया है, जल्द ही सडक़ की मरम्मत के लिए प्राथमिकता के आधार पर सख्त कदम उठाए जाएंगे।
क्षेत्र के लोगों के अनुसार चताड़ा-बनौड़े महादेव मंदिर की सडक़ लोक निर्माण विभाग की ओर से दो वर्ष पहले बनाया गया था। एक तरफ से देखा जाएं तो बनौड़े महादेव मंदिर को मंदिर समिति की तरफ से पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जा रहा है। मंदिर में भोले के दर्शनों के लिए दिन-प्रतिदिन जहां श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ रही है तो सडक़ के खस्ताहाल होने के कारण श्रद्धालुओं को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ग्राम पंचायत चताड़ा के लोगों में अजय कुमार, राम, रोहन, प्रीत, कमल, रोहानी ने कहा कि सरकार हर वर्ष सडक़ों के निर्माण पर करोड़ों-अरबों रुपए खर्च करती है। इसलिए लोक निर्माण विभाग को सडक़ निर्माण का कार्य किसी ऐसे ठेकेदार को देना चाहिए, जो निर्माण कार्य में सही नापदंड रखें। घटिया सामग्री का प्रयोग करने से उखड़ रही सडक़ों से सिर्फ सरकारी पैसे का दुरुपयोग हो रहा है। बनौड़े महादेव मंदिर में हर महीने के जेष्ठ सोमवार को श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रहती है तो अन्य दिनों में भी भोलेनाथ के भक्त मंदिर में दर्शनों के लिए पहुंचते रहते हैं। शिवभक्तों के अनुसार बनौड़े महादेव मंदिर को पांडवों द्वारा बनवास के दौरान निर्मित किया था। पांडवों द्वारा प्रयोग में लाए बड़े-बड़े पत्थर अभी तक मंदिर स्थल में मौजूद हैं। उन्हें देखने के लिए भारी संख्या में लोग पहुंचते हैं।
