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टेलीकॉम कंपनियों पर शिकंजा, महादेव सट्टा ऐप को कॉर्पोरेट SIM बेचकर फंसे

Nilmani Pal
29 April 2024 1:56 AM GMT
टेलीकॉम कंपनियों पर शिकंजा, महादेव सट्टा ऐप को कॉर्पोरेट SIM बेचकर फंसे
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नोटिस जारी

यूपी। महादेव बुक और अन्य गेमिंग ऐप से फर्जीवाड़ा कर अरबों रुपये कमाने के मामले में एसटीएफ ने कॉर्पोरेट सिम देने वाली दो टेलीकॉम कम्पनियों को नोटिस भेजी है। नोटिस में इन लोगों से पूरा ब्योरा मांगा गया है कि किन-किन दस्तावेजों के आधार पर इन्हें कॉर्पोरेट सिम दिये गये।

एसटीएफ इन कम्पनियों के जरिये यह पता करना चाहती है कि यूपी में और कितने इस गिरोह के मददगार रहे। यह भी पूछा है कि गिरोह ने 32 फर्जी कम्पनियों के नाम सिम लिये हैं। क्या इन कम्पनियों के दस्तावेजों का किसी स्तर पर परीक्षण कराया गया।

एसटीएफ के एएसपी विशाल विक्रम सिंह ने चार दिन पहले महादेव बुक और अन्य गेमिंग एप से फर्जीवाड़ा करने में देवरिया निवासी अभय सिंह और संजीव सिंह को गिरफ्तार किया था। अभय सिंह का फुफेरा भाई अभिषेक दुबई में है और वह ऐप का संचालन करने वाले मुखिया सौरभ चन्द्राकर की कम्पनी में मुख्य भूमिका निभाता है। अभिषेक के कहने पर ही अभय ने साथी संजीव के साथ फर्जीवाड़ा शुरू किया था और फर्जी दस्तावेज से 32 कम्पनियां रजिस्टर्ड करवायी। इसके बाद ही कार्पोरेट सिम लिये।

एएसपी के मुताबिक टेलीकॉम कम्पनियों ने फरवरी, 2024 में दस्तावेजों की केवाईसी कराने के लिये कम्पनी के कर्मचारियों की उंगलियों के निशान लेना शुरू कर दिया था। कम्पनी के नाम पर कार्पोरेट सिम खरीदना शुरू कर दिया गया। कुछ नियम शिथिल कर टेलीकॉम कम्पनियों ने रेवड़ी की तरह सिम कार्ड बांट दिये थे। इन नये नम्बरों से सट्टा लगवाया गया। अब टेलीकॉम कम्पनियों के अफसरों से पूछताछ की जायेगी।

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