साइबर ठगों पर कस रहा शिकंजा, 2000 से ज्यादा सिम कार्ड OUT!
गुरुग्राम: देश का दूसरा जामताड़ा बने नूंह में साइबर जालसाजों पर गुरुग्राम साइबर पुलिस ने बड़ा प्रहार किया है। पुलिस ने पिछले महीने नवंबर में साइबर ठगी के लिए इस्तेमाल किए जा रहे पूर्वोत्तर राज्यों के साथ ही पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड की आईडी पर चलाए जा रहे करीब 2620 मोबाइल सिम कार्ड को बंद कराया है। यह कार्रवाई डीसीपी साइबर सिद्धांत जैन की अगुवाई में की गई। साथ ही इन मोबाइल नंबरों से जुड़े बैंक खातों को भी सीज करा दिया गया है। पुलिस अधिकारियों की मानें तो कार्रवाई से साइबर ठगी की वारदात आठ से 10 फीसदी कम हुई हैं।
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, साइबर पुलिस ने नूंह के 42 ऐसे हॉट स्पॉट को चिन्हित किया, जहां से जालसाल पूरे देश में ठगी कर रहे थे। इन स्पॉट पर सक्रिय सभी मोबाइल फोन नंबरों का डेटा पुलिस ने सर्विस प्रोवाइडर कंपनी से निकलवाया। इसके बाद गुरुग्राम के चार साइबर थाना प्रभारियों को कार्रवाई की जिम्मेदारी सौंपी गई। टीमों ने नूंह में पूर्वोत्तर राज्यों के साथ ही पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड की आईडी पर चल रहे मोबाइल सिम के कस्टमर एप्लिकेशन फॉर्म (सीएएफ) की जांच की। जांच में 2620 मोबाइल सिम कार्ड नंबर संदिग्ध गतिविधियों में शामिल मिले। इन नंबरों को तत्काल पुलिस ने सर्विस प्रोवाइडर कंपनियों के माध्यम से बंद करवाया।
2599 बैंक खातों को भी करवाया सीज : गुरुग्राम साइबर पुलिस यहीं नहीं रुकी। उसने ठगी के रुपयों को ट्रांसफर करने के लिए खुलवाए गए 2599 बैंक खातों की भी पहचान की। इसको भी पुलिस ने सीज कराया, ताकि इन पैसों का इस्तेमाल ठग न कर सकें। सभी बैंक खाते पूर्वोत्तर राज्यों के साथ-साथ पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड की आईडी पर खोले गए थे, जबकि, इन सभी बैंक खातों का दिल्ली-एनसीआर में प्रयोग हो रहा था। यह भी पता चला कि इन बैंक खातों को किराये पर लेकर इस्तेमाल किया जा रहा था। इसके अलावा हरियाणा पुलिस ने कार्रवाई करते हुए पूरे प्रदेश में 9201 ऐसे बैंक खातों को बंद करवाया। साइबर जालसाजी से निपटने के लिए पुलिस सतर्क है।
बता दें, पुलिस ने साइबर अपराधियों को जड़ से खत्म करने के लिए अप्रैल 2023 में नूंह जिले में साइबर अपराधियों के 320 ठिकानों पर छापेमार कार्रवाई की थी। इस दौरान 65 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था। साथ ही लगभग सौ करोड़ की ठगी का खुलासा हुआ था, तब नूंह पुलिस अधीक्षक ने बताया था कि 27-28 अप्रैल को पांच हजार पुलिसकर्मियों की 102 टीमों ने जिले के 14 गांवों में एक साथ छापेमारी की थी। यहां से 125 संदिग्ध हैकर्स को हिरासत में लिया गया था।
गुरुग्राम पुलिस के मुताबिक, बैंक खातों को बंद करवाने के दौरान बैंक कर्मियों की बड़ी लापरवाही सामने आई है। कर्मचारियों ने बैंक खाता खोलने के दौरान आरबीआई के गाइडलाइन का पालन नहीं किया। उन्होंने दस्तावेजों की सही तरीके से जांच नहीं की। इसका फायदा उठाकर जालसाज फर्जी बैंक खातों को आसानी से खुलवा लेते हैं।