दिल्ली। CPI(M) सांसद एलाराम करीम ने आज राज्यसभा में भाजपा सांसद किरोड़ी लाल मीणा द्वारा निजी सदस्य विधेयक – 'भारत में समान नागरिक संहिता विधेयक, 2022' के निर्देश का विरोध करने के लिए नोटिस दिया. वही डीएमके सासंद त्रिची शिवा ने कहा, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ने राज्यपाल से दो बार मुलाकात की और उनसे केंद्र सरकार को NEET बिल भेजने का आग्रह किया, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया. उन्होंने संघीय भावना के खिलाफ काम किया. हम इसे राज्यसभा में उजागर करना चाहते थे लेकिन अनुमति नहीं दी गई. विरोध में कांग्रेस, सीपीआई(एम), सीपीआई, टीएमसी, आरजेडी और आईयूएमएल ने वॉक आउट किया.
कश्मीरी पंडितों का मामला उठाते हुए शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि कश्मीरी पंडित पिछले 32 सालों से संघर्ष कर रहे हैं और दो दशकों से अपना घर छोड़कर रह रहे हैं. मोदी सरकार ने 2015 में इनके लिए 6 हजार पारगमन आवास, बनाने की घोषणा की थी लेकिन वो काम भी बहुत धीरे चल रहा है.
तमिलनाडु के राज्यपाल द्वारा NEET मेडिकल परीक्षा से राज्य को छूट देने वाले विधेयक को वापस करने पर नारेबाजी के बाद कांग्रेस, DMK और TMC ने राज्यसभा से वाकआउट कर दिया है.