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दिल्ली। सर्दियां बढ़ने के साथ ही खुद को गर्म रखने के लिए आग जलाने की घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है। इस कारण प्रदूषण में सबसे बड़ा हिस्सा बायोमास बर्निंग का हो गया है। दिल्ली सरकार की ओर से स्थापित रियल टाइम सोर्स अपोर्शनमेंट स्टडी के मुताबिक, रविवार को दिल्ली की हवा में बायोमास बर्निंग की हिस्सेदारी 56 फीसदी तक रही।
उच्च हिमालयी क्षेत्रों में हुई बर्फबारी के बाद हवा की दिशा में बदलाव हुआ है। दिल्ली की तरफ आने वाली हवा अब उत्तरी पश्चिमी हो गई है, जो अपने साथ उच्च हिमालयी क्षेत्रों की बर्फीली ठंड भी ला रही है। इस कारण दिल्ली के तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है। सर्द मौसम कें खुद को गर्म रखने के लिए लोग उपले, लकड़ी, पेड़ों की पत्तियां और डालें आदि जला रहे हैं। इसका असर दिल्ली के प्रदूषण पर भी देखने को मिल रहा है।
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