गाजियाबाद। लगभग 13 वर्षों से भूतपूर्व सैनिक ठेकेदार अपने भुगतान के लिए अधिकारियों के चक्कर लगा रहा लेकिन नगर निगम गाजियाबाद ने किए गए कार्यों को ही नकार दिया। ठेकेदार अशोक कुमार शर्मा द्वारा माननीय मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश श्री योगी आदित्यनाथ जी को भी अपनी शिकायत की उन्हें भी नगर निगम गाजियाबाद द्वारा झूठी आख्या देकर कि शिकायत कर्ता ने कोई कार्य नहीं किया और ना ही इसका सम्बन्ध नगर निगम से है। लिखकर भेज दिया तथा शिकायत माननीय प्रधानमंत्री कार्यालय को भी भेजी गई उन्हें भी इसी प्रकार जबाव भेज दिया कि नगर निगम से इस शिकायत का सम्बन्ध नहीं है। नगर निगम गाजियाबाद में भ्रष्टाचार इस क़दर हावी है कि अधिकारी झूठी रिपोर्ट शासन को भेजने से भी नहीं डरते। तत्कालीन जिलाधिकारी श्री अजय शंकर पाण्डेय जी ने अखबारों व मीडिया में भी यह खबर भेजी थी लेकिन उसका भी कोई असर नगर निगम गाजियाबाद के अधिकारियों पर नहीं हुआ। वर्तमान जिला अधिकारी श्री आर के सिंह जी के लगातार दबाव के बाद 13 वर्षों के बाद केवल 6 पत्रावली स्वीकार की। भ्रष्टाचारी अधिकारियों के विरुद्ध अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है। इस प्रकरण में अधिकारी जांच से भाग रहे हैं जबकि शिकायत कर्ता शुरू से ही जांच कराने की मांग करता आ रहा है।